iGrain India - मुम्बई । वित्त वर्ष 2023-24 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान भारत में मसूर का कुल आयात बढ़कर 16,77,701 टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया जो 2022-23 के सकल आयात 8,58,438 टन से दोगुना ज्यादा रहा।
इससे पूर्व देश में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 11,16,174 लाख टन मसूर का रिकॉर्ड आयात हुआ था जबकि 2023-24 का आयात उससे 5.60 लाख टन या करीब 50 प्रतिशत अधिक रहा।
2024-25 वित्त वर्ष के प्रथम माह यानी अप्रैल 2024 में 65,462 टन मसूर का आयात किया गया जो मार्च के 69,485 टन तथा अप्रैल 2023 के आयात 66,447 टन से कुछ कम रहा।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान एक माह (दिसम्बर 2023) में 2 लाख टन से ज्यादा यानी 2,37,836 टन मसूर का आयात हुआ जबकि आठ महीनों में आयात की मात्रा एक से दो लाख टन के बीच रही।
शेष तीन महीनों में से प्रत्येक में 60 से 70 हजार टन के बीच मसूर की खेप मंगाई गई। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान केवल चार महीनों अगस्त 2022, जनवरी 2023, फरवरी 2023 एवं मार्च 2023 में एक लाख टन से ज्यादा मगर 2 लाख टन से कम मसूर का आयत किया गया था।
अप्रैल 2024 में कनाडा से 19,436 टन, ऑस्ट्रेलिया से 41,111 टन, रूस से 2075 टन, अमरीका से 2748 टन तथा तुर्की से 92 टन के साथ कुल 65,462 टन मसूर का आयात हुआ जिसका शिपमेंट चेन्नई, जेएनपीटी, कांडला, कोलकाता तथा मूंदड़ा बंदरगाह पर किया गया। मसूर का आयात आगे भी निरन्तर जारी रहेगा।