iGrain India - नई दिल्ली । देश के उत्तरी, पश्चिमी, मध्यवर्ती एवं पश्चिमोत्तर राज्यों में अत्यन्त ऊंचे तापमान और प्रचंड गर्मी के कारण गन्ना, कपास तथा दलहन की फसलों को नुकसान होने की आशंका है।
इसे देकते हुए साकार द्वारा किसानों के लिए जल्दी ही एडवायजरी जारी किए जाने की संभावना है। कपास की बिजाई पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के अधिकांश भाग में पहले ही पूरी हो चुकी है। केन्द्र सरकार ऐसी कुछ खास फसलों की मॉनिटरिंग कर रही है जो ऊंचे तापमान एवं भयंकर गर्मी के प्रति ज्यादा संवेदनशील होती है।
सरकार की यह निगरानी ऐसे समय में हो रही है जब गन्ना के प्रमुख उत्पादक राज्यों में भीषण गर्मी पड़ने से फसल में रेड रोट तथा टॉप वोटर जैस रोगों- कीड़ों का प्रकोप बढ़ने का खतरा है।
इससे फसल क्षतिग्रस्त हो सकती है। गन्ना मुख्यत: खरीफ कालीन फसल है जबकि दलहनों की खेती खरीफ और रबी दोनों सीजन में होती है।
मौसम विभाग ने पंजाब, हरियाणा एवं चंडीगढ़ में गर्म हवा की तेज लहर (लू) के साथ प्रचंड गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया है। दिल्ली भी इसमें शामिल है।
सरकार काफी गंभीरता से सम्पूर्ण स्थिति का अध्य्यन-आंकलन कर रही है जबकि देश के विभिन्न भागों में स्थिति अनेक जिलों से केन्द्र को जो रिपोर्ट भेजी गई है उसमें स्थिति की समीक्षा एवं गहन निगरानी करने का सुझाव दिया गया है।
समझा जाता है कि केन्द्र सरकार देश के विभिन्न भागों के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देने, कीटनाशी दवाओं का वितरण करने तथा किसानों के बीच जागरूकता फैलाने का प्लान बना रही है।
दलहनों के प्रमख उत्पादक क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा से फसल को गंभीर नुकसान होने की आशंका है।
देश के दक्षिणी एवं पश्चिमी भाग में जोरदार बारिश के संकेत मिल रहे हैं जिससे जायद कालीन दलहन फसलों को काफी नुकसान हो सकता है।
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक जैसे राज्यों में मूसलाधार वर्षा की वह से खेतों में पानी भरने के कारण फसलें क्षतिग्रस्त हो सकती है।