iGrain India - नई दिल्ली । खरीफ कालीन धान (बासमती सहित) की आपूर्ति का ऑफ सीजन चल रहा है और अगली नई फसल के लिए जल्दी ही इसकी रोपाई शुरू होने वाली है। दक्षिणी एवं पूर्वी राज्यों में रबी कालीन धान के नए माल की आवक हो रही है। 16 से 22 मई वाले सप्ताह के दौरान राइस मिलर्स एवं निर्यातकों की मांग के अनुरूप धान का भाव कहीं नरम तो कहीं तेज रहा।
दिल्ली नरेला मंडी में धान का समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 4-5 हजार बोरी धान की दैनिक आवक हुई। वहां पूरा 1121 बासमती धान का भाव 66 रुपए तथा ताज का दाम 50 रुपए गिरकर क्रमश: 4150 रुपए प्रति क्विंटल और 2350 रुपए प्रति क्विंटल रह गया।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में श्रीराम नया नया एवं विष्णु भोग नया धान के दाम में क्रमश: 200 रुपए तथा 100 रुपए की तेजी रही। इधर हरियाणा के तरावड़ी में बासमती धान का भाव 800 रुपए उछलकर 5000 रुपये प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर पहुंचा मगर डीपी लोकल का दाम 300 रूपए तथा शरबती का भाव 50 रूपये नरम पड़ गया। पश्चिम एशिया के साथ साथ यूरोपीय संघ में भी चावल का निर्यात बढ़ने के आसार हैं।
राजस्थान
राजस्थान के बूंदी में 1509, 1718 एवं 1847 नम्बर के धान का भाव 100-100 रुपए तथा सुगंधा का दाम 150 रुपए प्रति क्विंटल नीचे आया। अन्य राज्यों की मंडियों में भी धान की कीमतों में 100-150 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी-मंदी दर्ज की गई जिसमें अलीगढ़ तथा खैर भी शामिल है।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो आमतौर पर इसके दाम में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई। भाटापाड़ा में एचएमटी एवं श्रीराम 100-200 रूपए प्रति क्विंटल की तेजी देखी गई। भाटापाड़ा एचएमटी एवं श्रीराम चावल में 100-100 रूपए तथा विष्णु भोग में 200 रुपए का चढ़ाव रहा। कर्नाटक की प्रसिद्ध रायचूर मंडी में भी चावल की कीमतों में 100-150 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई। लेकिन पंजाब के अमृतसर में बासमती चावल की विभिन्न किस्मों एवं श्रेणियों के दाम में 50 से लेकर 250 रुपए प्रति क्विंटल तक की नरमी रही।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की राजिम मंडी में चावल का दाम 400-500 रुपए प्रति क्विंटल तक घट गया। दिल्ली के नया बाजार में भी लगभग यही स्थिति रही। लेकिन यहां शरबती सेला चावल का भाव 500 रुपए उछलकर 4800/5100 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया जबकि शरबती स्टीम का दाम 400 रुपए घटकर 4400/4600 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
हरियाणा
हरियाणा की प्रसिद्ध करनाल मंडी में अधिकांश किस्मों के चावल के दाम में कोई बदलाव नहीं देखा गया।