iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने बासमती चावल का न्यूनतम निर्यात मूल्य (मेप) 950 डॉलर प्रति टन निर्धारित किया है जबकि कुछ किस्मों के लिए इसका निर्यात ऑफर मूल्य घटकर 800-850 डॉलर प्रति टन के बीच रह गया है।
इस नीचे मूल्य के बावजूद विदेशी आयातक बासमती चावल की खरीद में कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं। कमजोर निर्यात मांग के कारण घरेलू बाजार में भी बासमती चावल का दाम 75 रुपए प्रति किलो से घटकर 65 रुपए प्रति किलो रह गया है।
निर्यातकों के अनुसार सरकार की अनिश्चित नीति को देखते हुए पिछले-वित्त वर्ष के दौरान आयातकों ने बासमती चावल की खरीद जल्दबाजी दिखाई और रिकॉर्ड मात्रा में इसका आयात कर लिया था।
सरकार ने अगस्त 2023 में एकाएक बासमती चावल के लिए 1200 डॉलर प्रति टन का मेप निर्धारित किया था जिसे अक्टूबर में घटाकर 950 डॉलर पर लाया गया।
पंजाब राइस एक्सपोटर्स एसोसिएशन ने बासमती चावल के घटते निर्यात ऑफर मूल्य को देखते हुए कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) को पत्र भेजकर इस मामले को देखने के लिए कहा है ताकि ऊंचे मेप के कारण निर्यातकों को कठिनाई का सामना न करना पड़े।
ज्ञात हो कि बासमती के निर्यात सौदों का रजिस्ट्रेशन जारी करने के लिए एपीडा ही नोडल एजेंसी है। अखिल भारतीय चावल निर्यातक संघ (एरिया) के एक पूर्व अध्यक्ष का कहना है कि विदेशी आयातकों के पास बासमती चावल का भारी-भरकम स्टॉक अभी मौजूद है और वे ऊंचे दाम पर इसकी खरीद करने के इच्छुक नहीं हैं। पाकिस्तान से भी आयातक भारी मात्रा में चावल मंगा चुके हैं।