iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने जून माह के दौरान घरेलू प्रभाग में बेचने के लिए देश भर की मिलों के लिए 25.50 लाख टन चीनी का कोटा नियत किया है जो मई के लिए घोषित रिकॉर्ड 27 लाख टन के कोटे से 1.50 लाख टन कम है।
सरकार की सोच संभवतः यह है कि जून में आम चुनाव की प्रक्रिया पहले सप्ताह में ही समाप्त हो जाएगी और दक्षिण-पश्चिम मानसून के आने से तापमान भी घट जाएगा जिससे चीनी की मांग एवं खपत में कमी आएगी।
जून 2023 के लिए 23.50 लाख टन चीनी की बिक्री का कोटा नियत किया गया था जिसके मुकाबले इस बार कोटा 2 लाख टन ज्यादा दिया गया है।
इसी तरह मई के लिए चीनी का कोटा 2023 के 24 लाख टन की तुलना में 3 लाख टन बढ़ाकर 2024 से 27 लाख टन नियत किया गया था।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार जून में भी चीनी का खुला बाजार भाव मजबूत रहने की संभावना है क्योंकि इसकी मांग एवं खपत में ज्यादा कमी नहीं आएगी।
मई में 27 लाख टन का रिकॉर्ड कोटा घोषित होने के बावजूद चीनी का दाम ऊंचे स्तर पर बरकरार रहा। विश्लेषकों के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर 2023- सितम्बर 2024) के दौरान चीनी की कुल घरेलू खपत बढ़कर 290 लाख टन से ऊपर पहुंच जाने की संभावना है जो 2022-23 सीजन की अनुमानित खपत 280 लाख टन से ज्यादा है।
2023-24 सीजन के लिए गन्ना की क्रशिंग एवं चीनी के उत्पादन का कार्य लगभग समाप्त हो चुका है। पिछले लगभग एक साल से चीनी के व्यापारिक निर्यात पर प्रतिबंध लागू होने के बावजूद कीमतों में मजबूती कायम है और निकट भविष्य में इसमें ज्यादा नरमी आना मुश्किल लगता है। अगले सीजन में भी गन्ना एवं चीनी का उत्पादन घट सकता है।