iGrain India - नई दिल्ली । प्रचंड गर्मी के कारण घरेलू एवं औद्योगिक मांग मजबूत रहने से 25-31 मई वाले सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भाव एवं हाजिर बाजार मूल्य या तो स्थिर रहा या कुछ बढ़ गया। चूंकि महीने का आखिरी सप्ताह था और मिलर्स को अपने आवंटित फ्री सेल (NS:SAIL) कोटे की चीनी को बेचना आवश्यक था इसलिए टेंडर मूल्य कुछ नरम रहा मगर हाजिर भाव पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा। यह अलग बात है कि चीनी के दाम में भारी तेजी के बजाए सीमित बढ़ोत्तरी है। चीनी उत्पादन का सीजन समाप्त हो चुका है।
मिल डिलीवरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी का मिल डिलीवरी भाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्थिर रहा जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 10 रुपए, मध्य प्रदेश में 5 रुपए तथा पंजाब और बिहार में 20-20 रुपए प्रति क्विंटल ऊंचा हो गया। गुजरात में भी चीनी के दाम में कुछ सुधार आया।
हाजिर भाव
चीनी का हाजिर बाजार भाव दिल्ली में 4220/4240 रुपए प्रति क्विंटल तथा इंदौर में 3950/4050 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा मगर रायपुर में 30/50 रुपए बढ़कर 4000/4100 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी का दाम 3730/3930 रुपए प्रति क्विंटल तथा नाका पोर्ट डिलीवरी मूल्य 3680/3880 रुपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर पर बरकरार रहा। महाराष्ट्र में चीनी के टेंडर मूल्य में 5 से 20 रुपए प्रति क्विंटल तक का सुधार आया लेकिन कर्नाटक में यह घट गया। कोलकाता में चीनी के हाजिर मूल्य में 20-20 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई।
कोटा
केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय ने मई माह के लिए 27 लाख टन चीनी का रिकॉर्ड फ्री सेल कोटा जारी किया था लेकिन फिर भी इसका दाम काफी ऊंचे स्तर पर मौजूद रहा। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि मई में चीनी की जबरदस्त मांग बनी रही। जून के लिए 25.50 लाख टन कोटा नियत हुआ है जबकि मांग मजबूत रहने की उम्मीद है। इसे देखते हुए लगता है कि निकट भविष्य में चीनी के दाम में ज्यादा नरमी नहीं आएगी। वैसे सरकार ने संकेत दिया है कि फिलहाल चीनी का निर्यात नहीं खोला जाएगा लेकिन इससे उद्योग की आमदनी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि उसे घरेलू बाजार में ही अच्छे दाम पर अपना उत्पाद बेचने में सफलता मिल रही है।