iGrain India - मेलबोर्न । ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख अनाज उत्पादक क्षेत्रों में हाल के दिनों में दूर-दूर तक हुई अच्छी बारिश से जहां एक ओर शीतकलीन फसलों की बिजाई की रफ्तार तेज हुई है वहीं बेहतर उत्पादन की उम्मीद से कीमतों पर दबाव भी पड़ रहा है। विभिन्न फसलों के दाम में 3-5 डॉलर प्रति टन की नरमी आई है लेकिन फिर भी यह सामान्य स्तर से कुछ ऊंचा ही है।
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में 10 मि०मी० से अधिक बारिश होने से बीज में अच्छा अंकुरण हो रहा है लेकिन कुछ अन्य क्षेत्रों में बेहतर अंकुरण के लिए अभी और बारिश की जरूरत है।
साउथ ऑस्ट्रेलिया प्रान्त में अभी तक हल्की-फुल्की बारिश हुई है और यह वर्षा भी कुछ ही क्षेत्रों तक सीमित रही है। लेकिन अब साउथ ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ विक्टोरिया प्रान्त में भी वर्षा होने से फसलों को राहत मिलने की उम्मीद है।
न्यू साउथ वेल्स प्रान्त के दक्षिणी ढलान वाले क्षेत्र में मौसम काफी शुष्क देखा जा रहा है लेकिन जल्दी ही वहां अच्छी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है जिसकी अत्यन्त आवश्यकता भी है।
ऑस्ट्रेलिया में शीतकालीन फसलों की लगभग 90 प्रतिशत बिजाई पूरी हो चुकी है लेकिन पैडॉक क्षेत्र के कुछ भागों में किसानों को दोबारा बिजाई की आवश्यकता पड़ सकते है क्योंकि वहां सूखे मौसम के कारण बीज में अंकुरण नहीं या नगण्य देखा जा रहा है।
फिलहाल ऑस्ट्रेलिया में गेहूं, जौ, ज्वार तथा कैनोला की बिजाई हो रही है जबकि दलहन फसलों- चना, मसूर एवं मटर आदि की बिजाई या तो समाप्त हो चुकी है या अंतिम चरण में पहुंच गई है।
कुछ क्षेत्रों में सूखे की वजह से बिजाई में बाधा पड़ रही है। साउथ ऑस्ट्रेलिया एवं विक्टोरिया में उम्मीद से कम बारिश हुई है जबकि न्यू साउथ वेल्स प्रान्त के दक्षिणी भाग में भी वर्षा की हालात उत्साहवर्धक नहीं है।