iGrain India - नैरोबी । अफ्रीकी देश- केन्या के वित्त मंत्रालय ने घरेलू प्रभाग में आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिए अगले छह माह तक चावल के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति प्रदान कर दी है।
मंत्रालय द्वारा जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि 1 जून से 30 नवम्बर 2024 तक देश में 5 लाख टन ग्रेड 1 मिल्ड सफेद चावल का आयात किया जा सकता है जिस पर कोई सीमा शुल्क नहीं लगेगा।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व केन्या में चावल के आयात पर 75 प्रतिशत या 345 डॉलर (44,951 शिलिंग) प्रति टन का भारी-भरकम सीमा शुल्क लागू था और इस 5 लाख टन के नियत कोटे से अधिक मात्रा में चावल मंगाने पर भी यही शुल्क दर लागू होगी।
कृषि एवं पशुधन विकास विभाग द्वारा जारी एक अन्य अधिसूचना में कहा गया है कि वर्ष 2023 की एक गजट अधिसूचना के आलोक में 34,614 टन ग्रेड मिल्ड सफेद चावल का आयात किया जाना था लेकिन परिवहन समस्या के कारण उसका आयात वर्ष 2024 में संभव हो सका। यह चावल मोम्बासा बंदरगाह पर पहुंच चुका है और इसका सत्यापन भी हो गया है।
इस आयातित चावल को शुल्क मुक्त घोषित कर दिया गया है और बंदरगाह प्राधिकरण को इस मामले में सूचित कर दिया गया है कि 34,614 टन आयातित चावल पर सीमा शुल्क न लगाया जाए।
उल्लेखनीय है कि प्रतिकूल मौसम के पास केन्या में इस वर्ष धान-चावल का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उसके सबसे प्रमुख उत्पादक क्षेत्र में वर्ष 2022 से ही मौसम की हालत प्रतिकूल बनी हुई है। वर्ष 2022 में वहां भयंकर सूखा पड़ा था जिससे पानी का स्तर घटकर बहुत नीचे चला गया। वर्ष 2023 में भी वहां हालात अच्छी नहीं रही।
केन्या में चावल का सर्वाधिक आयात एशिया से होता है जबकि थोड़ी-बहुत मात्रा में इसे तंजानिया से भी मंगाया जाता है। केन्या में प्रति वर्ष औसतन 1.00-1.30 लाख टन चावल का उत्पादन और लगभग 10 लाख टन का घरेलू उपयोग होता है।