iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल के साथ अन्य निकटवर्ती राज्यों में भी पहुंच रहा है और अगले 4-5 दिनों में यह समूचे कर्नाटक को कवर कर लेगा।
इसके साथ-साथ यह दक्षिणी महाराष्ट्र के कई अन्य इलाकों में भी प्रवेश कर जाएगा। इस 4-5 दिन की अवधि में ही इसके छत्तीसगढ़ तथा उड़ीसा में भी सक्रिय होने के आसार हैं। उधर देश के पूर्वोत्तर राज्यों में 5 से 7 जून के दौरान बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछार पड़ने की संभावना है।
देश के पश्चिमोत्तर भाग में हीट वेव (गर्म हवा की लहर) तथा लू का प्रकोप तो अगले 4-5 दिनों तक बरकरार रहेगा मगर इसकी तीव्रता घट जाएगी। देश के पूर्वी भाग में भी गर्मी का ही प्रकोप रहेगा लेकिन तापमान में कुछ कमी आ सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 4-5 दिनों के दौरान आगे बढ़कर मध्यवर्ती अरब सागर के शेष भाग, कर्नाटक के बचे हुए इलाके, दक्षिणी महाराष्ट्र के कुछ भाग तथा गोवा के ऊपर पहुंच सकता है।
इससे महाराष्ट्र कर्नाटक में किसानों को खासकर अरहर (तुवर) की बिजाई जल्दी शुरू करने का अवसर मिल जाएगा। इसी अवधि के दौरान मानसून की लहर रायल सीमा के शेष इलाके, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़ के कुछ भागों तथा दक्षिणी उड़ीसा में भी पहुंच जाने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के कुछ क्षेत्रों में भी इसके पहुंचने के आसार हैं। कुल मिलाकर मानसून की गति सामान्य है।
आसाम और मेघालय में अगले तीन दिनों के अंदर भारी से अत्यन्त भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि पूर्वोत्तर राज्यों में पहले हुई वर्षा से बाढ़ का गंभीर खतरा बना हुआ है।
दक्षिण भारत एवं महाराष्ट्र को पार करने में मानसून को 8-10 दिन का समय लग जाता है। मध्य जून तक मानसून बिहार समेत कई अन्य राज्यों में पहुंच जाएगा मगर पश्चिमोत्तर भारत में यह 20 जून के आसपास प्रवेश कर सकता है। 8 जुलाई तक यह समूचे देश को कवर कर सकता है।