iGrain India - यंगून । भारत की जबरदस्त मांग के सहारे म्यांमार से उड़द एवं तुवर का शानदार निर्यात हो रहा है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वर्तमान कैलेंडर वर्ष के शुरूआती पांच महीनों में यानी जनवरी-मई 2024 के दौरान म्यांमार से उड़द का निर्यात बढ़कर 3.95 लाख टन से भी ऊपर पहुंच गया।
इसका अधिकांश भाग भारत में मंगाया गया। म्यांमार से जनवरी में करीब 74 हजार टन उड़द का निर्यात हुआ जो फरवरी में घटकर 52 हजार टन पर सिमटने के बाद मार्च में बढ़कर 80 हजार टन तथा अप्रैल में सुधरकर 88 हजार टन पर पहुंचा। मई 2024 में उड़द का निर्यात उछलकर 1.03 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है। चालू वर्ष में यह पहला अवसर है जब उड़द का निर्यात एक लाख टन से ऊपर पहुंचा है।
म्यांमार से उड़द का अधिकांश निर्यात भारत को किया जाता है जहां इसके शुल्क मुक्त एवं नियंत्रण रहित आयात की अनुमति 31 मार्च 2025 तक पहले ही दी जा चुकी है। इसी तरह म्यांमार से तुवर का अधिकांश निर्यात भारत को ही होता है। उड़द की भांति इसका आयात भी मार्च 2025 तक के लिए शुल्क मुक्त कर दिया गया है।
म्यांमार से चालू वर्ष के आरंभिक पांच महीनों में करीब 1.63 लाख टन अरहर (तुवर) का निर्यात हुआ। इसके तहत जनवरी 2024 में 31 हजार टन, फरवरी में 33 हजार टन, मार्च में 30 हजार टन, अप्रैल में 28 हजार टन तथा मई में 41 हजार टन का शिपमेंट शामिल है। म्यांमार में इस वर्ष उड़द एवं तुवर का अच्छा उत्पादन हुआ है और वहां इसका अच्छा खासा निर्यात योग्य स्टॉक मौजूद है।
हालांकि भारत में मूंग के आयात पर फरवरी 2022 से ही प्रतिबंध लगा हुआ है जबकि उससे पूर्व इसका अच्छा आयात हो रहा था मगर म्यांमार से चीन सहित कई अन्य देशों को इसका नियमित रूप से निर्यात किया जा रहा है।
जनवरी-मई 2024 के पांच महीनों में म्यांमार से 3.29 लाख टन से कुछ अधिक मूंग का शिपमेंट हुआ। इसके तहत जनवरी में 34 हजार टन, फरवरी में 64 हजार टन, मार्च में 95 हजार टन, अप्रैल में 71 हजार टन तथा मई में 65 हजार टन का निर्यात शमिल था।