iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन के लिए प्रमुख फसलों का तीसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान जारी कर दिया है। इसके तहत 3288.52 लाख टन खाद्यान्न, 395.93 लाख टन तिलहन, 325.22 लाख गांठ (170 किलो की प्रत्येक गांठ) कपास, 92.59 लाख गांठ (180 किलो की प्रत्यके गांठ) जूट तथा 4425.22 लाख टन गन्ना का उत्पादन अनुमान शामिल है।
खाद्यान्न के संवर्ग के 1367 लाख टन चावल, 1129.25 लाख टन गेहूं, 356.73 लाख टन मक्का, 174.08 लाख टन श्री अन्न (ज्वार, बाजरा, रागी आदि) के उत्पादन का अनुमान लगाया गया है।
इसी तरह दलहन फसलों में 33.85 लाख टन तुवर एवं 115.76 लाख टन चना के उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई है। तिलहन फसलों में सोयाबीन का उत्पादन 130.54 लाख टन तथा सरसों का उत्पादन 131.61 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है।
2023-24 सीजन में खाद्यान्न का जो 3288.52 लाख टन उत्पादन का अनुमान लगाया गया है वह 2022-23 सीजन के कुल उत्पादन से कुछ कम लेकिन गत पांच वर्षों (2018-19 से 2022-23) के औसत उत्पादन से 211 लाख टन अधिक है।
चावल का उत्पादन 2022-23 के 1357.55 लाख टन से 9.45 लाख टन बढ़कर 2023-24 में 1367 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया है।
इसी तरह गेहूं का उत्पादन 23.71 लाख टन की वृद्धि के साथ 1129.25 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है। श्री अन्न के उत्पादन में 87 हजार टन की वृद्धि होने की संभावना है।
इस तरह मोटे / पोषक अनाजों का कुल उत्पादन पंचवर्षीय औसत के मुकबले 46.24 लाख टन बढ़कर 2023-24 सीजन के दौरान 547.34 लाख टन पर पहुंचने जाने का अनुमान लगाया गया है।
तुवर का उत्पादन 2022-23 में 73 हजार टन बढ़कर 33.85 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है। इसी तरह मसूर का उत्पादन पिछले सीजन के 15.59 लाख टन से 1.95 लाख टन बढ़कर 2023-24 के सीजन में 17.54 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया है मगर चना के उत्पादन में कमी आने की संभावना है।