iGrain India - मास्को । रूस में वर्ष 2020 से 2023 के दौरान काबुली चना के उत्पादन में 135 प्रतिशत की भारी बढ़ोत्तरी हुई और आगे भी इसमें वृद्धि का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।
ऊंचे बाजार भाव तथा मजबूत निर्यात मांग के कारण रूस के किसानों को काबुली चना का उत्पादन बढ़ाने का अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है। काबुली चना का उत्पादन वर्ष 2023 में अत्यंत शानदार रहा जबकि चालू वर्ष के दौरान वहां इसके बिजाई क्षेत्र में और बढ़ोत्तरी होने के संकेत मिल रहे हैं।
भारत में 31 अक्टूबर 2024 तक देसी चना के आयात को शुल्क मुक्त कर दिया गया है मगर काबुली चना पर टैक्स लागू है। यदि देसी चना का स्टॉक कम या अनिश्चित रहता है तो सरकार काबुली चना के आयात को भी प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठा सकती है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के सीजन में चना का उत्पादन घटकर 115.76 लाख टन रह जाने का अनुमान लगाया है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार रूस में वर्ष 2023 के दौरान काबुली चना का उत्पादन उछलकर 5.28 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया जो वर्ष 2022 के उत्पादन 3.15 लाख टन से 68 प्रतिशत तथा पंचवर्षीय औसत उत्पादन 3.19 लाख टन से 66 प्रतिशत अधिक था।
इससे पूर्व रूस में काबुली चना का सबसे अधिक उत्पादन वर्ष 2018 में 4 लाख टन दर्ज किया गया था। आमतौर पर रुसी काबुली चना का भाव 30-40 रूबल प्रति किलो के बीच रहता है जबकि वर्तमान समय में 50-60 रूबल प्रति किलो का मूल्य प्राप्त हो रहा है।
पिछले दो-तीन साल से उत्पादकों को काबुली चना से आकर्षक वापसी हासिल हो रही है जिससे इसकी खेती में उसका उत्साह एवं आकर्षण बढ़ता जा रहा है। रूस से काबुली चना का अधिकांश भाग प्रत्येक वर्ष निर्यात हो जाता है और इसलिए वहां बकाया अधिशेष स्टॉक का दबाव नहीं रहता है।