iGrain India - कुआलालम्पुर । हालांकि सरकारी संस्था- मलेशियन पाम ऑयल बोर्ड (एम्पोब) का मासिक आधिकारिक आंकड़ा 10-11 जून को सामने आएगा लेकिन उससे पूर्व उद्योग-व्यापार क्षेत्र ने जो अनुमान लगाया है उससे पता चलता है कि मलेशिया में अप्रैल के बाद मई में भी पाम तेल के बकाया अधिशेष स्टॉक में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके तथा मई 2024 के अंत में मलेशिया में पाम तेल का बकाया स्टॉक कुछ बढ़कर 17.50 लाख टन पर पहुंच जाने का अनुमान है।
उद्योग-व्यापार समीक्षकों के अनुसार मई माह के दौरान मलेशिया में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का उत्पादन बढ़कर 16.50 लाख टन के करीब पहुंच गया जो अप्रैल की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत ज्यादा है। इसी तरह समीक्षाधीन अवधि के दौरान पाम तेल उत्पादों का निर्यात भी 14.32 प्रतिशत बढ़कर 14.10 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है।
इंडोनेशिया के बाद मलेशिया दुनिया में पाम तेल का दूसरा सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। हालांकि मई का निर्यात प्रदर्शन बेहतर रहा लेकिन उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी होने से बकाया स्टॉक कुछ बढ़ गया। अप्रैल में भी इसमें कुछ वृद्धि हुई थी।
उल्लेखनीय है कि एम्पोब ने अपनी पिछली रिपोर्ट में अप्रैल की समाप्त पर मलेशिया में 17.40 लाख टन पाम तेल का बकाया स्टॉक मौजूद रहने का अनुमान लगाया था जो मार्च के अधिशेष स्टॉक से 1.85 प्रतिशत अधिक था।
अप्रैल की तुलना में मई के दौरान पाम तेल का भाव अन्य प्रतिद्वंदी तेलों की तुलना में प्रतिस्पर्धी रहा जिससे मलेशिया को इसका निर्यात बढ़ाने में अच्छी सफलता मिल गई।
मार्च से ही मलेशियाई पाम तेल के उत्पादन में बढ़ोत्तरी का सिलसिला आरंभ हो गया था जो मई में भी कायम रहा अगले कुछ महीनों तक बरकरार रहने की संभावना है।
ऐसी हालत में निर्यात के स्तर को ऊंचा रखना आवश्यक है अन्यथा बकाया स्टॉक में भी वृद्धि हो सकती है और पाम तेल (सीपीओ) के बेंचमार्क वायदा मूल्य पर दबाव बढ़ सकता है। मई में मलेशिया से भारत तथा चीन सहित कुछ अन्य देशों में पाम तेल का बेहतर निर्यात हुआ है।