iGrain India - नई दिल्ली । पिछले साल की तुलना में इस बार सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर सोयाबीन का उत्पादन घटने एवं सरसों की पैदावार बढ़ने की संभावना व्यक्त की है। 4 जून को कृषि मंत्रालय द्वारा 2023-24 सीजन में उत्पादित फसलों का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया गया।
इसमें तिलहन फसलों का कुछ उत्पादन 395.90 लाख टन आंका गया जो 2022-23 सीजन के कुल उत्पादन 413.60 लाख टन से करीब 4 प्रतिशत कम है।
सरकारी अनुमान के अनुसार 2022-23 सीजन की तुलना में 2023-24 सीजन के दौरान सोयाबीन का उत्पादन 149.90 लाख टन के शीर्ष स्तर से घटकर 130.50 लाख टन पर सिमट गया जबकि दूसरी ओर सरसों का उत्पादन 126.40 लाख टन से बढ़कर 131.60 लाख टन पर पहुंच गया।
दिलचस्प तथ्य यह है कि मूंगफली के उत्पादन अनुमान को 103 लाख टन के पिछले साल के स्तर पर ही बरकरार रखा गया है जबकि अरंडी का उत्पादन 20 लाख टन से गिरकर 19 लाख टन पर सिमटने का अनुमान लगाया गया है।
भारत में सोयाबीन, सरसों, मूंगफली एवं अरंडी के अलावा तिल, सूरजमुखी, अलसी, नाइजर सीड एवं सैफ्लावर जैसी तिलहन फसलों का भी उत्पादन होता है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रलय का यह तीसरा अग्रिम उत्पादन अनुमान है जबकि कुछ महीनों के बाद चौथा और अंतिम अनुमान जारी होगा। वर्तमान अनुमान की तुलना में चौथे अग्रिम अनुमान में उत्पादन के आंकड़ों में कुछ बदलाव हो सकता है।