iGrain India - न्यूयार्क । अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चीनी का भाव घटकर पिछले करीब डेढ़ साल के निचले स्तर पर आ गया है जबकि खरीदारों को अभी इसमें कुछ और नरमी आने का भरोसा है इसलिए वे फिलहाल 'इंतजार करो और देखों' की नीति अपना रहे हैं। बेहतर उत्पादन की संभावना से चीनी की कीमतों पर दबाव बना हुआ है जो अगले सीजन के आरंभ तक कायम रह सकता है।
न्यूयार्क स्थित इंटर कांटीनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) में जुलाई अनुबंध के लिए कच्ची चीनी (रॉ शुगर) का वायदा भाव घटकर 18.81 सेंट प्रति पौंड (34,875 रुपए प्रति टन) पर आ गया है जो पिछले 18 महीनों का निचला स्तर है। पिछले महीने (मई) के मध्य से ही चीनी का वायदा मूल्य इस स्तर के आसपास धूम रहा है।
दुनिया के सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में 2023-24 सीजन की भांति 2024-25 सीजन के दौरान चीनी का शानदार उत्पादन होने के संकेत मिल रहे हैं। वहां इस वर्ष 410 लाख टन चीनी के उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है जो 2023-24 सीजन के ऐतिहासिक रिकॉर्ड उत्पादन 424 लाख टन से कुछ कम होने के बावजूद सामान्य औसत से बहुत ज्यादा है।
इधर एशियाई देशों में थाईलैंड में चीनी का उत्पादन 16.4 प्रतिशत बढ़कर 120 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान है। भारत में अल नीनो मौसम चक्र का प्रकोप एवं प्रभाव समाप्त होने के बाद अच्छी बारिश होने की उम्मीद है जिससे गन्ना एवं चीनी के उत्पादन में कुछ वृद्धि हो सकती है। लेकिन फिर भी उत्पादन शीर्ष स्तर से काफी पीछे रह सकता है।
ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन के अनुसार प्रमुख आयातक देशों के खरीदार अभी चीनी की खरीद में कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं जिससे बाजार भाव पर दबाव देखा जा रहा है।