iGrain India - सस्काटून । कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त- सस्कैचवान में बसंतकालीन फसलों की लगभग 94 प्रतिशत बिजाई पूरी हो चुकी है जो पंचवर्षीय एवं दस वर्षीय औसत क्षेत्रफल 97 प्रतिशत से कुछ पीछे है।
दरअसल सस्कैचवान के विभिन्न भागों में हुई भारी वर्षा के कारण फसलों की बिजाई देर से शुरु हुई और बीच-बीच में बाधित भी हुई। सस्कैचवान के कृषि विभाग द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि राज्य में इस बार 3 जून 2024 तक मार की 99 प्रतिशत तथा मसूर की 97 प्रतिशत बिजाई हो चुकी थी और मध्य जून से पूर्व ही 100 प्रतिशत बिजाई पूरी हो जाने की उम्मीद है। इसी तरह 90 प्रतिशत चिन्हित क्षेत्र में चना (मुख्यत : काबुली) की बिजाई हुई है।
अनाजी फसलों के संवर्ग में बसंतकालीन गेहूं की बिजाई 96 प्रतिशत, ड्यूरम की 95 प्रतिशत, जौ की 92 प्रतिशत तथा जई की 98 प्रतिशत बिजाई पूरी होने की सूचना मिल रही है। इसी तरह कैनेरी सीड की बिजाई 94 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
तिलहन फसलों में कैनोला का क्षेत्रफल 93 प्रतिशत, अलसी का 92 प्रतिशत, सोयाबीन का 89 प्रतिशत तथा सरसों का 87 प्रतिशत पर पहुंचा है। पिछले साल 5 जून तक कुल 96 प्रतिशत भाग में बसंतकालीन फसलों की बिजाई पूरी हुई थी।
सस्कैचवान प्रान्त के दक्षिणी पूर्वी एवं दक्षिण-पश्चिम भाग में फसलों की बिजाई की रफ्तार सबसे तेज है। वहां 96 प्रतिशत भाग में बिजाई की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बाद पश्चिमोत्तर क्षेत्र में 93 प्रतिशत तथा पूर्व मध्यवर्ती भाग, पश्चिम मध्यवर्ती हिस्सा तथा पूर्वोत्तर इलाके में 92-92 प्रतिशत क्षेत्र में बिजाई होने की खबर है।
सामान्यतः सस्कैचवान प्रान्त में मटर, मसूर बसंतकालीन गेहूं एवं ड्यूरम गेहूं की बिजाई लगभग पूरी हो चुकी है मगर सरसों की बिजाई काफी पिछड़ रही है।
राज्य में अच्छी बारिश होने से खेतों की मिटटी में नमी का पर्याप्त अंश मौजूद है जिससे फसलों का ठीक ढंग से विकास हो रहा है। यदि जून-जुलाई में मौसम एवं बारिश की स्थिति अनुकूल रहे तो खासकर मटर एवं मसूर के उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी हो सकती है।