iGrain India - कोच्चि । आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल रहने तथा मांग मजबूत होने से कालीमिर्च का भाव ऊपर चढ़ने लगा है और आगामी समय में भी बाजार में तेजी-मजबूती का माहौल बरकरार रहने की उम्मीद है।
पिछले तीन महीनों के अंदर इसके दाम में करीब 20 प्रतिशत का भारी इजाफा हो चुका है। कोच्चि के टर्मिनल मार्केट में अन गार्बल्ड किस्म की कालीमिर्च का भाव बढ़कर 620 रुपए प्रति किलो तथा गार्बल्ड श्रेणी का मूल्य उछलकर 640 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया।
ज्ञात हो कि मार्च 2024 में कालीमिर्च का सामान्य औसत मूल्य अनगार्बल्ड किस्म के लिए 505 रुपए प्रति किलो एवं गार्बल्ड वैरायटी के लिए 525 रुपए प्रति किलो चल रहा था।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार एक तरफ कालीमिर्च की आपूर्ति में जटिलता बनी हुई है जबकि दूसरी ओर इसकी औद्योगिक खपत और खासकर मसाला निर्मताओं की जोरदार मांग निकल रही है।
इसके फलस्वरूप हाल के सप्ताहों में इसकी कीमत तेज हुई है। पिछले सप्ताह कालीमिर्च के दाम में 17 रुपए प्रति किलो की भारी बढ़ोत्तरी हुई थी जबकि चालू सप्ताह के दौरान भी इसमें 10 रुपए प्रति किलो का इजाफा हो गया।
केरल, कर्नाटक एवं तमिलनाडु में उत्पादित कालीमिर्च की सीमित आपूर्ति हो रहे है जबकि इन राज्यों के मसाला निर्माताओं द्वारा भारी मात्रा में इसकी खरीद का प्रयास किया जा रहा है।
श्रीलंका एवं वियतनाम जैसे देशों से आयातित कालीमिर्च में भी मसाला निर्माताओं की अच्छी मांग देखी जा रही है। वियतनाम में उत्पादन घटने से कालीमिर्च का भाव तेज होने लगा है।
भारतीय कालीमिर्च एवं मसाला व्यापार संघ (इप्सता) के डायरेक्टर का कहना है कि केरल के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र- इडुक्की से कालीमिर्च की बहुत कम आपूर्ति हो रही है क्योंकि अधिकांश उत्पादक फरवरी-मार्च के दौरान ही अपने अधिकतर स्टॉक की बिक्री कर चुके हैं।
उस समय एक तरफ कालीमिर्च के उत्पादन में भारी बढ़ोत्तरी होने तथा दूसरी ओर इसकी कीमतों में गिरावट आने का अनुमान लगाया जा रहा था जिसे देखे हुए उत्पादकों ने अपने स्टॉक को रोकना उचित नहीं समझा।
इस बार तमिलनाडु में भी कालीमिर्च के बेहतर उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई थी जबकि श्रीलंका एवं वियतनाम से अच्छी मात्रा में इसका आयात हो रहा था।
वर्तमान समय में घरेलू माल के बजाए विदेशों से आयातित कालीमिर्च का ज्यादा कारोबार हो रहा है। आयात बढ़ने से निर्यातक देशों ने भाव तेज कर दिए हैं।
श्रीलंकाई कालीमिर्च का दाम जनवरी के 5800 डॉलर प्रति टन से उछलकर अब 6800 डॉलर प्रति टन तथा वियतनामी कालीमिर्च भाव 4000 डॉलर से उछलकर 6700 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया है। दूसरी ओर भारतीय कालीमिर्च का मूल्य भी बढ़कर 8000 डॉलर प्रति टन की ऊंचाई पर पहुंच गया है।