iGrain India - शिकागो । घरेलू उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए तुर्की सरकार ने कम से कम 15 अक्टूबर 2024 तक गेहूं के आयात को स्थगित रखने का निर्णय लिया है जिसकी अवधि आगे बढ़ाई जा सकती सकती है।
चूंकि तुर्की दुनिया में गेहूं के शीर्ष आयातक देशों की सूची में शामिल है इसलिए वहां आयात बंद होने पर खासकर रूस के निर्यातकों को भारी कठिनाई हो सकती है। ध्यान देने वाली बात है कि तुर्की में 60 से 75 प्रतिशत तक गेहूं का आयात अकेले रूस से होता है।
रूस में अगले महीने से गेहूं के नए माल की जोरदार आवक शुरू होने वाली है और ऐसे समय में तुर्की जैसे महत्वपूर्ण बाजार में निर्यात बंद होना उसके निर्यातकों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
तुर्की में आयात स्थगित करने की घोषणा होने के बाद पेरिस के युरोनेक्स्ट एक्सचेंज में गेहूं का वायदा भाव 3 प्रतिशत से ज्यादा घट गया। शिकागो एक्सचेंज में भी गेहूं के वायदा मूल्य पर असर पड़ने की संभावना है।
एक अग्रणी विश्लेषकों के अनुसार यदि रूस का गेहूं तुर्की में नहीं बिकता है तो इसे अन्य क्षेत्रों में सस्ते दाम पर बेचने का प्रयास किया जा सकता है जिससे मध्य-पूर्व, अफ्रीका तथा एशिया के देशों को फायदा होने की उम्मीद है।
तुर्की से गेहूं आटा के निर्यात पर सितम्बर 2018 से प्रतिबंध लगा हुआ है जिसे अब हटा दिया गया है। इंटरनेशनल ग्रेन्स कौंसिल (आईजीसी) ने 2024-25 के मार्केटिंग सीजन के दौरान तुर्की में 85 लाख टन गेहूं के साथ कुल 120 लाख टन अनाज का आयात होने का अनुमान लगाया है।