iGrain India - नई दिल्ली। अप्रैल में देश से करीब 5 लाख टन बासमती चावल का शानदार निर्यात हुआ जिससे 53.40 करोड़ डॉलर की आमदनी हुई। मई में निर्यात ऑफर मूल्य कुछ नरम पड़ गया मगर अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होती जा रही है। गैर बासमती सेला चावल का निर्यात प्रदर्शन भी कुछ सुधरने की उम्मीद है। इस बीच 2023-24 सीजन के दौरान केन्द्रीय पूल के लिए चावल की सरकारी खरीद 500 लाख टन से ऊपर पहुंचने की सूचना मिल रही है।
दिल्ली
30 मई से 5 जून वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में सीमित आपूर्ति (5-10 हजार बोरी दैनिक) एवं मजबूत मांग के कारण विभिन्न किस्मों एवं श्रेणियों के धान की कीमत में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आई मगर 1509 हैण्ड का भाव 100 रुपए गिरकर 3400 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। छत्तीसगढ़ की भाटापाड़ा मंडी में श्रीराम नया धान का भाव 200 रुपए एवं विष्णु भोग नया धान का दाम 100 रुपए तेज हुआ।
आवक
धान की दैनिक आवक 800 बोरी दर्ज की गई। हरियाणा के तरावड़ी में 1121 का मूल्य 100 रुपए ऊपर चढ़ा लेकिन डीपी लोकल की कीमत 100 रुपए नीचे आ गई।
राजस्थान
राजस्थान के बूंदी में धान की कीमतों में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई जबकि कोटा में 50 रुपए का उतार-चढ़ाव देखा गया।
चावल
जहां तक चावल का सवाल है तो छत्तीसगढ़ के भाटापाड़ा, कर्नाटक के रायचूर, उत्तराखंड के नगर तथा हरियाणा के करनाल में इसका भाव स्थिर बना रहा। बूंदी में दाम 100-200 रुपए तेज रहा।
पंजाब
राजिम में बीपीटी स्कीम चावल 300 रुपए नीचे आया जबकि अमृतसर (पंजाब) में चावल के दाम में 100 से 250 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी दर्ज की गई।
दिल्ली
दिल्ली के नया बाजार में चावल का भाव तेज रहा। वहां सुगंधा सेला तथा 1718 सेला चावल का मूल्य 300 रुपए उछलकर क्रमश: 4800/5000 रुपए प्रति क्विंटल तथा 7300/7500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। कुछ अन्य किस्मों के दाम में भी 100 रुपए की वृद्धि हुई। लेकिन महाराष्ट्र के गोंदिया में चावल के दाम में 400 रुपए तक की वृद्धि के साथ 550 रुपए तक की गिरावट दर्ज की गई।
उत्पादन
खरीफ कालीन धान की रोपाई शीघ्र ही शुरू होने वाली है। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2023-24 सीजन के दौरान चावल का घरेलू उत्पादन बढ़कर 1367 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान गया है जो 2022-23 सीजन के उत्पादन 1357.55 लाख टन से 9.45 लाख टन ज्यादा है।