iGrain India - नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा 1129 लाख टन से अधिक गेहूं का रिकॉर्ड घरेलू उत्पादन होने की संभावना व्यक्त किए जाने के बावजूद न तो इस महत्वपूर्ण खद्यान्न की सरकारी खरीद में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हो सकी और न ही थोक मंडियों में आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बन सकी। फ्लोर मिलर्स एवं व्यापारिक फर्मों के पास भी गेहूं का सीमित स्टॉक बचा हुआ है। मंडियों में आवक कम होने तथा मांग मजबूत रहने से 1-7 जून वाले सप्ताह के दौरान गेहूं का भाव तेज रहा। गेहूं की सरकारी खरीद लगभग बंद हो चुकी है।
दिल्ली
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली में यूपी / राजस्थान के गेहूं का भाव 75 रुपए बढ़कर 2640/2650 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। इसकी आवक 1 जून को 8500 बोरी थी जो 7 जून तक आते-आते घटकर 5 हजार बोरी रह गई। गुजरात में गेहूं का दाम पिछले स्तर पर बरकरार रहा।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में इसका भाव इंदौर में 125 रुपए की वृद्धि के साथ 2400/3000 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर देवास में 300 रुपए नीचे लुढ़क गया। डबरा एवं खंडवा में 50-50 रुपए की तेजी रही। इटरासी में भी दाम 35 रुपए बढ़ गया। टुकड़ा एवं खडंवा में 50-50 रुपए की तेजी रही। इटारसी में भी दाम 35 रुपए बढ़ गया मगर हरदा मंडी में 20 रुपए नरम पड़ गया। उज्जैन एवं भोपाल में गेहूं का भाव स्थिर रहा।
राजस्थान
राजस्थान में गेहूं के दाम में मिश्रित रुख देखा गया। वहां इसका भाव कोटा मंडी में 50 रुपए नरम पड़ गया मगर बारां एवं बूंदी में 25-25 रुपए सुधर गया। कोटा मंडी में पहले 11 हजार बोरी गेहूं की दैनिक आवक हो रही थी जो बाद में घटकर 7500 बोरी रह गई। कोटा मंडी में पहले 11 हजार बोरी गेहूं की दैनिक आवक हो रही थी जो बाद में घटकर 7500 बोरी रह गई। बारां में 12-15 हजार बोरी की आपूर्ति हुई जबकि बूंदी में आवक 7-8 हजार बोरी की रही। किसान सरकारी क्रय केन्द्रों के बाजाए खुली मंडियों में गेहूं बेचना पसंद कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में गेहूं के थोक मंडी भाव में 10 से 60 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी दर्ज की गई। गोरखपुर में इसका दाम 60 रुपए बढ़कर 2420 रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
आयात
फ्लोर मिलर्स द्वारा सरकार से गेहूं के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने की मांग की जा रही है। उसे उम्मीद है कि नई सरकार इस पर गम्भीरतापूर्वक विचार करेगी। किसान नीचे दाम पर अपना गेहूं बेचने को तैयार नहीं है।