iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय बफर स्टॉक के लिए 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा अब तक 500.90 लाख टन चावल की सरकारी खरीद की जा चुकी है जो 2022-23 सीजन की खरीद 531.10 लाख टन से 5.7 प्रतिशत कम है।
खरीद का यह आंकड़ा 31 मई 2024 तक का है। इसके तहत खरीफ सीजन में उत्पादित 462.10 लाख टन तथा रबी सीजन में 38.90 लाख टन चावल की खरीद हुई है। खरीफ कालीन चावल की खरीद प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी है जबकि रबी सीजन के लिए खरीद अभी जारी है।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने 2023-24 के खरीफ सीजन में 524.90 लाख टन तथा रबी सीजन में 103.20 लाख टन चावल खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया था।
खरीफ सीजन की खरीद नियत लक्ष्य से करीब 60 लाख टन पीछे रह गई जबकि रबी सीजन में अब तक की खरीद संतोषजनक रही है। पिछले साल अप्रैल मई में 36 लाख टन रबी कालीन चावल खरीदा गया था जो इस बार बढ़कर 39 लाख टन पर पहुंच गया।
तमाम कल्याणकारी योजनाओं में आपूर्ति के लिए सरकार को 400-410 लाख टन चावल की वार्षिक जरूरत पड़ती है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 1 अक्टूबर 2023 को नया मार्केटिंग सीजन शुरू होने के समय खाद्य निगम के पास 315 लाख टन चावल का विशाल बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि चालू सीजन के दौरान 31 मई तक करीब 501 लाख टन की खरीद हो गई।
इस तरह चावल की कुल उपलब्धता बढ़कर 800 लाख टन से ऊपर पहुंच जाएगी। इसमें से 400-410 लाख टन की खपत होने के बाद सरकार के पास 400 लाख टन से अधिक चावल का स्टॉक बच सकता है क्योंकि रबी कालीन चावल की खरीद अभी जारी है।