iGrain India - जयपुर । राजस्थान सरकार आम लोगों को शुद्ध एवं मिलावट रहित खाद्य उत्पाद उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसलिए उसने मिलावटी एवं नकली मसालों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान छे दिया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर गत 8 जून को एक राज्य व्यापी अभियान चलाया गया और इसके तहत नकली एवं मिलावटी मसालों का स्टॉक जब्त किया गया तथा कई ब्रांडों के सैंपल लेकर उसे प्रयोगशाला में भेजने की तैयारी की गई।
वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कुछ बड़ी मसाला कंपनियों से सैम्पल एकत्रित करके उसे प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा गया था। इसमें से कुछ नमूनों को स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित पाया गया था।
इसे ध्यान में रखते हुए 8 जून को राजस्थान के सभी जिलों में हानिकारक या असुरक्षित मसालों को जब्त करने का अभियान चलाया गया और इसके तहत 12,000 किलो से अधिक मसालों का स्टॉक सीज कर लिया गया।
इसके साथ-साथ दूसरी कंपनियों के ब्रांडों तथा बड़ी-बड़ी फर्मों के अन्य मसालों के सैम्पल भी लिए गए हैं। अब इन नमूनों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा और उसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस सख्त सरकारी अभियान से राजस्थान की मसाला कंपनियों तथा बाजारों में हड़कंप मचा हुआ है। मालूम हो कि राजस्थान में जीरा तथा धनिया के साथ कुछ अन्य मसालों का भी बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है जबकि मसाला कंपनियां अन्य राज्यों से दूसरी किस्मों का मसाला मंगाकर उसकी प्रोसेसिंग करती है और अपने ब्रांड नाम से उसे बाजार में उतारती है।
राज्य सरकार को आशंका है कि कुछ लोग नकली एवं मिलावटी मसालों के निर्माण तथा कारोबार में संलग्न हैं इसलिए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।