iGrain India - मुम्बई । हालांकि भारत मसूर के तीन शीर्ष उत्पादक देशों में शामिल है लेकिन फिर भी संसार में इसका सबसे बड़ा आयातक देश बना हुआ है।
दूसरी तरफ भारत से दुनिया के कई देशों को इसका निर्यात भी किया जाता है जिसमें बांग्ला देश, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, नेपाल, जिबूती, मलेशिया एवं ब्रिटेन आदि शामिल हैं।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 2022-24 के दौरान भारत से मसूर का कुल निर्यात 86,661 टन से 96,274 टन उछलकर 1,82,935 टन पर पहुंच गया।
इसमें सर्वाधिक अंशदान बांग्ला देश का रहा जहां भारत से मसूर का निर्यात 61,151 टन से उछलकर 1,20,224 टन पर पहुंच गया। इराक को 2022-23 में भारत से मसूर नहीं भेजा गया था मगर 2023-24 में 12,450 टन का निर्यात हो गया। इसी तरह अफ्रीकी देश जिबूती में मसूर का निर्यात शून्य से बढ़कर 5085 टन पर पहुंच गया।
वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 2023-24 के दौरान भारत से मसूर का निर्यात संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 2689 टन से उछलकर 3070 टन, ब्रिटेन में 232 टन से बढ़कर 2678 टन तथा अन्य देशों में 5620 टन से उछलकर 13,327 टन पर पहुंचा। नेपाल एक मात्र ऐसा महत्वपूर्ण देश रहा जहां भारत से मसूर का निर्यात 13,429 टन से घटकर 6668 टन पर अटक गया।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत से मसूर का निर्यात अप्रैल 2023 में 22 हजार टन, मई में 16 हजार टन, जून में भी 16 हजार टन, जुलाई में 13 हजार टन, अगस्त में 8 हजार टन, सितम्बर में 14 हजार टन,
अक्टूबर में 13 हजार टन, नवम्बर में 10 हजार टन तथा दिसम्बर 2023 में 7 हजार टन दर्ज किया गया। इसी तरह जनवरी 2024 में 18 हजार टन, फरवरी में 21 हजार टन तथा मार्च में 24 हजार टन मसूर का निर्यात किया गया। इससे विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई।