iGrain India - ब्रिसबेन (भारती एग्री एप्प)। ऑस्ट्रेलिया से मसूर का निर्यात निरंतर जारी है। सरकारी एजेंसी- ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2024 में मसूर का निर्यात घटकर 1.17 लाख टन के करीब रह गया जो मार्च में 1.78 लाख टन तथा फरवरी में 1.24 लाख टन दर्ज किया गया था।
इस तरह फरवरी से अप्रैल 2024 के तीन महीनों में ऑस्ट्रेलिया से कुल करीब 4.18 लाख टन मसूर का निर्यात हुआ और बांग्ला देश इसका सबसे प्रमुख खरीदार रहा। भारत दूसरे तथा श्रीलंका तीसरे नंबर पर रहा जबकि पाकिस्तान का नम्बर चौथा रहा।
ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार फरवरी- अप्रैल 2024 की तिमाही के दौरान ऑस्ट्रेलिया से बांग्ला देश को करीब 1.51 लाख टन मसूर का निर्यात किया गया जबकि भारत को 1,24,342 टन का शिपमेंट हुआ।
भारत में ऑस्ट्रेलिया से फरवरी में 65,576 टन, मार्च में 32,870 टन तथा अप्रैल में 25,897 टन मसूर का आयात किया गया। दरअसल मार्च-अप्रैल में मसूर की घरेलू फसल की कटाई-तैयारी जारी रहने से इसका आयात घट गया।
ऑस्ट्रेलिया की सरकारी एजेंसी- अबारेस ने 2024-25 सीजन के दौरान 16.50 लाख टन मसूर के घरेलू उत्पादन का अनुमान लगाया है जो 2023-24 सीजन के उत्पादन के बराबर ही है।
अबारेस का कहना है कि यद्यपि मसूर के बिजाई क्षेत्र में कुछ बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन औसत उपज दर में गिरावट आने की संभावना है इसलिए कुल उत्पादन में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आयेगा।
कनाडा की भांति ऑस्ट्रेलिया से भी मसूर के अधिकांश भाग का निर्यात विदेशों में किया जाता है। वहां इसकी नई फसल अक्टूबर से आने लगी है।
ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक फरवरी-अप्रैल 2024 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से श्रीलंका को 51 हजार टन, पाकिस्तान को 40 हजार टन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 20 हजार टन तथा नेपाल को 9 हजार टन मसूर का निर्यात हुआ जबकि मिस्र को 18 हजार टन एवं बहरीन को 4 हजार टन का शिपमेंट किया गया। शेष मसूर का निर्यात अन्य देशों को हुआ।