iGrain India - लंदन । इंटरनेशन शुगर ऑर्गेनाइजेशन (आईएसओ) ने पहले 2023-24 के मार्केटिंग सीजन में चीनी के वैश्विक उत्पादन एवं उपयोग के बीच 6.89 लाख टन का अंतर रहने की संभावना व्यक्त की थी मगर अब इसे बढ़ाकर 30 लाख टन नियत कर दिया है।
अपनी तिमाही रिपोर्ट में आईएसओ ने 2023-24 सीजन के दौरान 17.93 करोड़ टन चीनी के वैश्विक उत्पादन की संभावना व्यक्त की है जो फरवरी रिपोर्ट के अनुमान 17.97 करोड़ टन से कम है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी के वैश्विक उत्पादन एवं उपयोग के बीच भारी अंतर तथा आयात कर निर्यात की मात्रा में कमी भी संभावना को देखते हुए आगामी समय में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कारक उत्पन्न हो सकते हैं जिसे नजरअंदाज करना मुश्किल होगा।
2022-23 सीजन के विश्व स्तर पर 17.30 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हुआ था। ब्राजील और भारत दुनिया में चीनी के दो सबसे प्रमुख उत्पादक देश है।
एक तरफ आईएसओ की रिपोर्ट में 2022-24 सीजन के लिए चीनी के वैश्विक उत्पादन में चार लाख टन की कटौती की गई है तो दूसरी ओर वैश्विक खपत का अनुमान 18.04 करोड़ टन से 18 लाख टन बढ़कर 18.22 करोड़ टन नियत किया गया है।
यह मात्रा 2022-23 सीजन की अनुमानित खपत 17.90 करोड़ टन से 32 लाख टन ज्यादा है और 2023-24 सीजन के उत्पादन से भी करीब 29 लाख टन अधिक है।
संगठन ने पहले 2023-24 सीजन के दौरान निर्यात के लिए विश्व स्तर पर 671 लाख टन चीनी का स्टॉक उपलब्ध रहने का अनुमान लगाया था जिसे अब 17 लाख टन घटाकर 654 लाख टन निर्धारित किया है।
हालांकि चीनी के आयात की मांग का अनुमान भी 671 लाख टन से घटाकर 668 लाख टन नियत किया गया है मगर फिर भी यह निर्यत के लिए उपलब्ध स्टॉक से 14 लाख टन ज्यादा है।
इस तरह मांग को पूरा करने पर चीनी के वैश्विक बकाया स्टॉक में कमी आ जाएगी। यदि 2024-25 के सीजन में उत्पादन बेहतर नहीं हुआ तो इसकी कीमतों में कुछ तेजी-मजबूती का माहौल बन सकता है।