iGrain India - चेन्नई । चालू वित्त वर्ष के आरंभिक दो महीनों के दौरान उड़द का आयात बढ़कर 1.39 लाख टन के करीब पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के आयात 57 हजार टन की तुलना में दोगुने से ज्यादा यानी 82 हजार टन अधिक है।
इसके तहत उड़द का आयात अप्रैल 2023 के 25 हजार टन से उछलकर अप्रैल 2024 में 68 हजार टन तथा मई 2023 के 32 हजार टन से बढ़कर 70 हजार टन से ऊपर पहुंच गया।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान देश में 6.24 लाख टन से कुछ अधिक उड़द का आयात हुआ जो 2022-23 के आयात 5.25 लाख टन तथा 2021-22 के आयात 6.12 लाख टन से अधिक था।
इससे पूर्व वित्त वर्ष 2020-21 में 3.45 लाख टन एवं 2019-20 में 3.12 लाख टन उड़द का आयात हुआ क्योंकि उस समय इस पर वार्षिक कोटा प्रणाली लागू थी।
भारत में उड़द का आयात केवल म्यांमार से होता है। मई 2024 में देश के अंदर कुल 70,400 टन उड़द का आयात हुआ जिसमें से 59,974 का आयात अकेले चेन्नई बंदरगाह पर किया गया जबकि जेएनपीटी (मुम्बई) पर 6299 टन तथा कोलकाता बंदरगाह पर 4126 टन तुवर की खेप मंगाई गई।
सरकार पहले ही 31 मार्च 2025 तक के लिए उड़द के शुल्क मुक्त एवं नियंत्रण मुक्त आयात की अनुमति दे चुकी है। घरेलू प्रभाग में इस महत्वपूर्ण दलहन का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा चल रहा है।
जल्दी ही खरीफ कालीन उड़द की बिजाई जोर शोर से आरंभ होने वाली है और मानसून की अच्छी वर्षा होने पर इसका क्षेत्रफल बढ़ सकता है।