iGrain India - बंगलोर । दक्षिण भारत के एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक राज्य- कर्नाटक में इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून की मेहरबानी बरस रही है जबकि पिछले साल वहां सूखे का गंभीर संकट बना हुआ था।
मौसम विभाग के मुताबिक जून के शुरूआती 10 दिनों के दौरान कर्नाटक में सामान्य औसत स्तर से करीब 80 प्रतिशत बारिश हुई और वर्षा का दौर अब भी जारी है।
इस बार एक खास बात यह देखी जा रही है कि वर्षा का वितरण काफी हद तक समान है यानी राज्य के विभिन्न भागों में अच्छी बारिश हो रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक कर्नाटक में 47.6 मि०मी० के सामान्य औसत की तुलना में अब तक 85.6 मि०मी० बारिश हो चुकी है। सिर्फ दक्षिण कन्नड़, कोडागू एवं चिकमगलूर को छोड़कर राज्य के अन्य सभी जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है।
दक्षिण कन्नड़ जिले में सामान्य से 26 प्रतिशत कोडागू में 30 प्रतिशत तथा चिकमगलूर में 3 प्रतिशत कम बारिश हुई। तटीय कर्नाटक में 25 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है।
वहां 155.6 मि०मी० की सामान्य वर्षा के मुकाबले 192.4 मि०मी० वर्षा हो चुकी है। उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में सबसे ज्यादा 140 प्रतिशत तथा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में 82 प्रतिशत अधिशेष बारिश होने की सूचना मिली है।
विजयपुरा जिले में सबसे ज्यादा 329 प्रतिशत, बंगलौर ग्रामीण में 272 प्रतिशत, रामनगर एवं विजयनगर में 222 प्रतिशत अधिशेष बारिश हुई जबकि उडुपी में सबसे कम 5 प्रतिशत अधिशेष वर्षा हुई है। इसी तरह हावेरी तथा हासन जिलों में 14-14 प्रतिशत अधिक वर्षा होने की खबर है।
शानदार बारिश होने से कर्नाटक के सभी क्षेत्रों में विभिन्न खरीफ फसलों की जोरदार बिजाई हो रही है जिसमें धान, दलहन, तिलहन, मोटे अनाज तथा कपास आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। मसाला फसलों एवं गन्ना की खेती भी शीघ्र ही जोर पकड़ने की उम्मीद है।