iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र में बनी नई सरकार में विभिन्न मंत्रियों के विभागों की घोषणा हो चुकी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वे काफी अनुभवी राजनीतिज्ञ और प्रशासक है तथा तथा चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अब उन्हेँ राष्ट्रीय स्तर के साथ-साथ अपने गृह राज्य में भी कृषि क्षेत्र की हालत सुधारने के लिए भागीरथ प्रयास करना होगा।
पिछले 10 वर्षों में यानी 2014-15 से 2023-24 के दौरान मध्य प्रदेश में कृषि क्षेत्र की औसत वार्षिक विकास दर 6.5 प्रतिशत दर्ज की गई जो इसी अवधि में राष्ट्रीय औसत वृद्धि दर 3.7 प्रतिशत से काफी ऊंची रही।
नए कृषि मंत्री को भारतीय कृषि क्षेत्र में नई जान फूंकने और खासकर किसानों की समस्यायों, कठिनाइयों एवं चिंताओं को दूर करने के लिए नई रणनीति बनाने की आवश्यकता पड़ेगी।
65 वर्षीय शिवराज सिंह चौहान के समक्ष अनेक चुनौतियां उपस्थित होने वाली हैं। 2023-24 सीजन के दौरान अल नीनो के प्रभाव एवं प्रकोप से मानसून की वर्षा बेतरतीब रही जिससे कृषि उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ा।
नए कृषि मंत्री को सर्वप्रथम खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का निर्धारण करना और उसे आर्थिक मामलों की केन्द्रीय कैबिनेट समिति से अनुमोदित करवाना आवश्यक होगा क्योंकि इसकी बिजाई का सीजन आरंभ हो चुकी है।
इसमें कोई संदेह नहीं कि मुख्यमंत्री रहते हुए चौहान ने मध्य प्रदेश को कृषि क्षेत्र का पावर हाउस बनाने का जोरदार प्रयास किया और इसमें उन्हें भारी सफलता भी हासिल हुई।
मध्य प्रदेश भारत में उत्तर प्रदेश के पास गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और पंजाब के बाद केन्द्रीय पूल में इस महत्वपूर्ण खाद्यान्न का दूसरा सबसे प्रमुख योगदानकर्ता राज्य बन गया है।
मध्य प्रदेश आज देश में सोयाबीन, चना, मसूर, लहसुन, धनिया, मेथी एवं टमाटर का सबसे अग्रणी उत्पादक राज्य बना हुआ है जबकि वहां अदरक (सौंठ), प्याज, सरसों तथा मक्का का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है।
केन्द्रीय कृषि मंत्रालय का प्रभार पिछले 10 वर्षों के दौरान राधा मोहन सिंह, नरेन्द्र सिंह तोमर तथा अर्जुन मुंडा जैसे दिग्गजों के हाथ में रहा जिन्होंने इस क्षेत्र के विकास-विस्तार के लिए बहुत अच्छे प्रयास किए।
अब उस कोशिश, सफलता एवं उपलब्धि को न केवल रखने बल्कि उसमें और वृद्धि करने का दायित्व भी शिवराज सिंह चौहान के ऊपर रहेगा।