iGrain India - यंगुन । भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार ने 2024-25 के वर्तमान वित्त वर्ष (अप्रैल-मार्च) में 18.90 लाख टन दलहनों के निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है और इस तरह वह दुनिया के शीर्ष पांच दलहन निर्यातक देशों की सूची में बरकरार रहेगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार म्यांमार का वाणिज्य मंत्रालय इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्राइवेट संस्था- म्यांमार दलहन, बीन्स, मक्का एवं तिल व्यापारी संघ के साथ मिलकर काम कर रहा है। वाणिज्य मंत्रालय को यह लक्ष्य प्राप्त हो जाने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि म्यांमार में दलहनों एवं बीन्स का जितना वार्षिक उत्पादन होता है उसके सिर्फ 20 प्रतिशत भाग का उपयोग घरेलू प्रभाग में होता है जबकि शेष प्रतिशत भाग का विदेशों में निर्यात कर दिया जाता है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2024 के दौरान म्यांमार से कुल 4.70 लाख टन से कुछ अधिक दलहनों का निर्यात हुआ जिससे 41.20 करोड़ डॉलर की आमदनी हुई।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2023-24 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान म्यांमार से 17 लाख टन दलहनों एवं बीन्स का निर्यात हुआ था जिससे 1.48 अरब डॉलर की शानदार आमदनी हासिल हुई थी।
म्यांमार से उड़द, तुवर एवं मूंग का निर्यात बड़े पैमाने पर होता है जबकि थोड़ी-बहुत मात्रा में चना सहित अन्य दलहनों का भी निर्यात किया जाता है।
भारत इसका सबसे प्रमुख बाजार है जहां भारी मात्रा में उड़द एवं तुवर का आयात होता है। भारत में मूंग के आयात पर फरवरी 2022 से प्रतिबंध लगा हुआ है इसलिए म्यांमार चीन सहित अन्य देशों को मूंग का निर्यात करता है। भारत में उड़द का सम्पूर्ण आयात म्यांमार से ही होता है।