iGrain India - जयपुर । देश के पश्चिमी प्रान्त- राजस्थान में अनेक नामी-गिरामी एवं लोकप्रिय मसाला कंपनियों के उत्पादों को मानवीय खपत के लिए अनुपयुक्त तथा स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित पाया गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जारी आदेश के आधार पर तथा भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के अंतर्गत इन कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जिसमें स्वास्थ्य के लिए प्रतिकूल या हानिकारक पाए जाने वाले मसालों के स्टॉक को तत्काल जब्त करना भी शामिल है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा करवाए गए जांच-परीक्षण से पता चला है कि अनेक कंपनियों के मसालों (मसाला उत्पादों) में कीटनाशी एवं जीवाणुनाशी रसायनों के अवशेष का स्तर स्वीकृत या मान्य सीमा से बहुत ऊंचा था जिससे स्वास्थ्य सम्बन्धी खतरा एवं जोखिम बढ़ने की आशंका है।
तमाम प्रमुख कंपनियों के मसाला उत्पादों के नमूने की गुणवत्ता का परीक्षण राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग द्वारा करवाया गया था जिसका चौकाने वाला परिणाम सामने आया।
दरअसल राजस्थान में खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है। उसी श्रृंखला में मसालों एवं मसाला उत्पादों की क्वालिटी का भी परीक्षण करवाया गया।
एक प्रमुख कम्पनी के वेजिटेबल मसाला एवं चना मसाला में कीटनाशी रसायनों का अवशेष ज्यादा पाया गया। इसी तरह एक फर्म का गरम मसाला तथा एक अन्य कम्पनी का रायता मसाला गुणवत्ता के मानदंड पर खरा नहीं उतरा। एक अन्य प्रतिष्ठित कम्पनी के जीरा मसाला तथा दूसरी कम्पनी के अचार मसाला में हानिकारक रसायन की उपस्थिति पाई गई।
इससे पूर्व मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो भारतीय मसाला कंपनियों के कुछ उत्पादों को तत्काल जब्त (सीज) करने का आदेश दिया था जिसमें फिश करी मसाला तथा करी पाउडर शामिल था। इसमें एथिलीन ऑक्साइड (ईटीओ) की उपस्थिति का संदेह था।