iGrain India - नई दिल्ली । मौसम विभाग ने अगले तीन चार दिनों तक उत्तरी भारत के अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहने की संभावना व्यक्त की है जिससे खरीफ फसलों की बिजाई की रफ्तार धीमी रहेगी।
दूसरी ओर दक्षिणी भारत में काफी अच्छी वर्षा हो रही है और किसान काफी तेजी से फसलों की बिजाई कर रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार 30 मई को केरल में मानसून के पहुंचने के बाद दक्षिण भारत में लगभग प्रति दिन बारिश हो रही है जिससे खेती की मिटटी में नमी का पर्याप्त अंश आ गया है।
बुरी तरह सूखे खेत भी अब नमी युक्त हो गए हैं। कर्नाटक, तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश में पहले वर्षा के लिए हाहाकार मचा हुआ था और फसलों की सिंचाई तो दूर, पीने के लिए भी पानी की किल्लत महसूस की जा रही थी। बांध और जलाशय सूख गए थे।
नदियों में भी जल का अभाव हो गया था। जमीन के अंदर कई मीटर नीचे तक पानी उपलब्ध नहीं था। इससे अत्यन्त गंभीर संकट उत्पन्न हो गया था। लेकिन मानसून के आने के बाद अब वहां स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती जा रही है।
इस बीच मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम में भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है जिससे वहां खरीफ फसलों की बिजाई जोर पकड़ सकती है। पिछले दिन मुम्बई (महाराष्ट्र) एवं बड़ोदरा (गुजरात) में वर्षा हुई।
महाराष्ट्र के कुछ भागों में पहले से ही बारिश हो रही है। कोंकण एवं गोवा में भी वर्षा हुई है। पूर्वोत्तर राज्यों में मानसून 30 मई को ही पहुंच गया था मगर शुरुआती सक्रियता के बाद अब वह निष्क्रिय हो गया है। इससे वहां बारिश का अभाव महसूस किया जा रहा है।