iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्रीय कृषि कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारीयों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि केन्द्र सरकार की कृषि संबंधी जितनी भी योजनाएं हैं उसे सही ढंग से क्रियान्वित किया जाए और वास्तविक धरातल पर उसका सार्थक असर दिखाई पड़े।
कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के साथ 100 दिन की कार्य योजना (एजेंडा) पर विचार-विमर्श करने के दौरान कृषि मंत्री ने कहा है कि योजनाओं का पूरा फायदा लाभार्थियों को दिलाने के लिए सभी स्तर पर व्यापक प्रबंध और प्रयास होना चाहिए।
इससे एक दिन पूर्व चौहान ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को भाजपा के संकल्प पत्र (मैनिफेस्टो) में किए गए वादे के अनुरूप कार्य करने का निर्देश दिया था।
उन्होंने सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का कायाकल्प करने का निर्देश देते हुए कहा है कि योजनाओ से अभी तक अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आया है उसे जारी रखने के बजाए बंद कर देना ही अच्छा है। निरर्थक योजनाओ को लम्बे समय तक बरकऱार रखने से कोई फायदा नहीं है।
इसके बजाए ऐसी सार्थक स्कीम बनाई जाए जिससे कृषि क्षेत्र एवं किसानों को लाभ प्राप्त हो सके। कृषि मंत्री के मुताबिक भारतीय कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए हर संभव एवं ठोस कदम उठाया जाना चाहिए ताकि किसानों का दुख दर्द कम हो सके और उसकी कठिनाइयों तथा समस्याओं का निराकरण किया जा सके।
उन्होंने अच्छी क्वालिटी के बीज, उर्वरक तथा अन्य कृषि संसाधनों (इनपुट) की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि किसानों को प्राथमिकता के आधार पर इसे मुहैया करवाया जाना चाहिए।
कृषि मंत्री का यह भी कहना था कि योजनाओं को लम्बे समय तक जारी रखने के क्रम में समय-समय पर उसके स्वरुप में व्यावहारिक एवं उपयोगी बदलाव किया जाना आवश्यक है।
देश में कृषि उत्पादों की उपज दर एवं पैदावार बढ़ाए जाने की जरूरत है ताकि घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करते हुए दूसरे देशों में अच्छी क्वालिटी के उत्पादों का निर्यात बढ़ाया जा सके। इससे देश की आमदनी बढ़ाने में सहायता मिलेगी।