iGrain India - यंगून । म्यांमार से चालू वित्त वर्ष (2024-25) के शुरूआती दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2024 के दौरान 1.80 लाख टन से अधिक साबुत चावल एवं टुकड़ी (ब्रोकन) चावल का निर्यात किया गया जिससे 9.10 करोड़ डॉलर की आमदनी हुई।
म्यांमार राइस फेडरेशन (एमआरएफ) की रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2024 में देश से 1,11,462 टन चावल का निर्यात समुद्री मार्ग से हुआ जबकि सीमा मार्ग से 400 टन चावल बाहर बेह्जा गया।
मई 2024 में चावल का निर्यात घटकर 71,279 टन पर अटक गया। इसमें से 70,751 टन का निर्यात समुद्री मार्ग से किया गया जबकि 528 टन चावल को सीमा मार्च से भेजा गया।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में अवस्थित और भारत के पूर्वोत्तर पड़ोसी देश- म्यांमार से दुनिया के 20 से अधिक देशों को साबुत एवं टुकड़ा चावल का निर्यात किया जाता है जिसमें इंडोनेशिया, फिलीपींस, चीन, मलेशिया, पोलैंड, बेल्जियम, हॉलैंड एवं वियतनाम आदि शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान म्यांमार से 16 लाख टन से कुछ अधिक चावल का निर्यात हुआ था जिससे 84.50 करोड़ डॉलर से ज्यादा की आमदनी हुई थी।
ध्यान देने की बात है कि घरेलू बाजार भाव काफी ऊंचा एवं तेज होने के कारण सरकार ने पिछले साल म्यांमार से कुछ दिनों के लिए चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था जिसे बाद में हटा लिया गया।