iGrain India - नई दिल्ली । अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने अपनी नई मासिक (जून) रिपोर्ट में 2024-25 सीजन के दौरान रूई का वैश्विक उत्पादन बढ़कर 1191.40 लाख गांठ पर पहुंचने की संभावना व्यक्त की है जो मई रिपोर्ट के अनुमान से 90 हजार गांठ ज्यादा है।
ज्ञात हो कि भारत में रूई की अनेक गांठ 170 किलो की होती है मगर अमरीका में यह 480 पौंड या 217.72 किलो की मानी जाती है और उस्डा इसी माप का इस्तेमाल करता है।
रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 सीजन के दौरान रूई की वैश्विक खपत 1169.40 लाख गांठ की हो सकती है जो पिछले अनुमान से 80 हजार गांठ अधिक है। इसके तहत म्यांमार एवं वियतनाम में खपत बढ़ने जबकि कुछ अन्य देशों में घटने की संभावना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024-24 सीजन के दौरान भारत में 250 लाख गांठ एवं ब्राजील में 167 लाख गांठ रूई का उत्पादन हो सकता है जो पिछले अनुमान के लगभग बराबर ही है।
2024-25 सीजन के दौरान कपास (रूई) के वैश्विक बकाया अधिशेष स्टॉक, उत्पादन एवं उपयोग में बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद व्यक्त की गई है जबकि इसका वैश्विक व्यापार 449.50 लाख गांठ पर बरकरार रहने का अनुमान लगाया गया है।
मार्केटिंग सीजन के अंत म रूई का वैश्विक अधिशेष स्टॉक 835 लाख गांठ रहने की संभावना व्यक्त की गई है जो मई के अनुमान से 4.80 लाख गांठ ज्यादा है।
भारत में 2024-25 सीजन के दौरान 15 लाख गांठ रूई के आयात का अनुमान लगाया गया है जो मई के अनुमान के बराबर ही है लेकिन दूसरी ओर भारत से रूई के निर्यात का अनुमान 20 लाख गांठ से घटाकर 19 लाख गांठ नियत किया गया है।
भारत में कपास की बिजाई पहले ही आरंभ हो चुकी है। पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान में कपास की बिजाई हो गई और अब दक्षिणी राज्यों में आरंभ हो गई है।