iGrain India - मुम्बई । सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि नवम्बर 2023 से मई 2024 के सात महीनों के दौरान देश में कुल मिलाकर करीब 85.68 लाख टन खाद्य तेल का आयात हुआ जिससे क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का योगदान 36.65 लाख टन,
आरबीडी पामोलीन का अंशदान 12.37 लाख टन तथा क्रूड पाम कर्नेल तेल का योगदान 76 हजार रहा। इसके अलावा समीक्षाधीन अवधि के दौरान 15.92 लाख टन से अधिक सोयाबीन तेल तथा 19.98 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात हुआ।
इस तरह खाद्य तेलों के सकल आयात में पाम संवर्ग के तेलों की भागीदारी 49.77 लाख टन या 58 प्रतिशत तथा सॉफ्ट तेलों की हिस्सेदारी 35.90 लाख टन या 42 प्रतिशत दर्ज की गई।
इसके मुकाबले नवम्बर 2022 से मई 2023 के सात महीनों में 53.48 लाख टन पाम तेल (59 प्रतिशत) एवं 37.07 लाख टन सॉफ्ट तेल (41 प्रतिशत) का आयात हुआ था।
मई 2024 के दौरान देश में 7.63 लाख टन पाम तेल एवं 7.35 लाख टन सॉफ्ट तेल के साथ कुल 14.98 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ। सॉफ्ट तेलों में 3.24 लाख टन सोयाबीन तेल एवं 4.11 लाख टन सूरजमुखी तेल की मात्रा शामिल थी।
भारतीय बंदरगाहों पर विदेशों से आयातित खाद्य तेलों का औसत पहुंच मूल्य मई 2024 में आरबीडी पामोलीन के लिए 911 डॉलर प्रति टन, क्रूड पाम तेल के लिए 951 डॉलर प्रति टन,
क्रूड सोयाबीन तेल के लिए 1000 डॉलर प्रति टन तथा क्रूड सूरजमुखी तेल के लिए 987 डॉलर प्रति टन दर्ज किया गया। भारत में मुख्यत: इन्हीं खाद्य तेलों का आयात होता है। अप्रैल की तुलना में मई के दौरान पाम तेल का पहुंच मूल्य कम रहा मगर सॉफ्ट तेलों का मूल्य ऊंचा देखा गया।