iGrain India - नई दिल्ली । पिछले तीन-चार सप्ताहों तक ऊंचा एवं तेज रहने के बाद सरसों का भाव घटकर 7-13 जून वाले सप्ताह में नीचे आ गया। दरअसल सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ तेल मिलर्स की अच्छी लिवाली से सरसों का दाम उछलकर लम्बे समय के बाद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के करीब या उससे ऊपर पहुंचा था लेकिन उसके बाद सरकारी खरीद पर विराम लग गया। ऊंची कीमतों पर किसानी माल की बिकवाली भी बढ़ गई।
42% कंडीशन सरसों
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का मूल्य दिल्ली में 150 रुपए घटकर 6000 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 75 रुपए गिरकर 6100/6125 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। सामान्य या लूज सरसों का दाम गुजरात की डीसा मंडी में 45 रुपए एवं धनेरा मंडी मंडी में 100 रुपए नरम रहा। हरियाणा की मंडियों में भी सरसों के दाम में 250 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। वैसे वहां बरवाला तथा सिरसा में सरसों का भाव क्रमश: 165 रुपए एवं 100 रुपए प्रति क्विंटल तेज रहा।
मध्य प्रदेश / राजस्थान
मध्य प्रदेश में सरसों का दाम मुरैना तथा पोरसा मंडी में 50-50 रुपए तथा ग्वालियर में 100 रुपये प्रति क्विंटल नरम रहा। सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- राजस्थान में भी सरसों के दाम में गिरावट का ही माहौल देखा गया। वहां सरसों का भाव गंगानगर में 100 रुपए, भरतपुर में 32 रुपए तथा अलवर में 100 रुपए कमजोर रहा मगर कोटा में 100 रुपए की वृद्धि के साथ 5200/5800 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। बूंदी में सरसों की कीमत 400 रुपए लुढ़ककर 5200 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। बूंदी में सरसों की कीमत 400 रुपए लुढ़ककर 5200 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गई। उत्तर प्रदेश की हापुड़ एवं आगरा मंडी में भी सरसों के दाम में 75-75 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई।
सरसों तेल
सरसों का भाव घटने से सरसों तेल का दाम भी नरम पड़ गया। दिल्ली में यह 5 रुपए फिसलकर 1155 रुपए प्रति 10 किलो तथा लुधियाना में 20 रुपए गिरकर 1140 रुपए प्रति 10 किलो रहा।
आवक
आलोच्य सप्ताह के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्यों में 7 जून को 5.50 लाख बोरी, 8 जून को 5.00 लाख बोरी, 10 जून को 6.00 लाख बोरी, 11 जून को भी 6.00 लाख बोरी, 12 जून को 5.60 लाख बोरी तथा 13 जून को 5.50 लाख बोरी सरसों की आवक हुई। मालूम हो कि सरसों की प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है।