iGrain India - नई दिल्ली । बढ़ती गर्मी के कारण सोया तेल एवं सोयामील की मांग कमजोर पड़ने लगी है जबकि विदेशों से सोयाबीन तेल का आयात भी बढ़ रहा है। अर्जेन्टीना और ब्राजील में विभिन्न कारणों से सोयाबीन की क्रशिंग में बाधा पड़ी जिससे भारत में सोया तेल का भाव कुछ तेज हुआ मगर अब इसमें स्थिरता देखी जा रही है। 7 से 13 जून वाले सप्ताह के दौरान देश के तीनों शीर्ष उत्पादक प्रांतों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान में सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी मूल्य में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी दर्ज की गई। मध्य प्रदेश में भाव घटकर 4600-4700 रुपए प्रति क्विंटल तथा महाराष्ट्र में 4500-4600 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। राजस्थान में दाम 50-75 रुपए की गिरावट के साथ 4600 रुपए प्रति क्विंटल पर आया जो न्यूनतम समर्थन मूल्य के बराबर ही है।
सोया तेल (रिफाइंड)
सोयाबीन का भाव नरम पड़ने से सोया रिफाइंड तेल के दाम में भी 5-10 रुपए प्रति 10 किलो की गिरावट आ गई। मध्य प्रदेश के खंडवा और मंदसौर की एक-एक इकाई में दाम 10 रुपए नरम रहा लेकिन महाराष्ट्र में इसमें 20-30 रुपए तक की तेजी देखी गई। हल्दिया में भाव स्थिर रहा। आयातित सोया तेल के मूल्य में कुछ इजाफा हुआ।
सोया डीओसी
सोया डीओसी की कीमतों में मिश्रित रूख देखा गया। भयंकर गर्मी के कारण पॉल्ट्री फीड एवं पशु आहार निर्माण उद्योग में इसकी सीमित मांग निकल रही है मगर इसका निर्यात प्रदर्शन सामान्य है। मई तक 16 लाख टन से अधिक सोयामील का निर्यात हो चुका था। सोयाबीन की बिजाई दक्षिण भारत में शुरू हो गई है जबकि उत्तरी राज्यों में किसानों को मानसून का इंतजार है।
आवक
राष्ट्रीय स्तर पर सोयाबीन की आवक 7 जून को 2,75 लाख बोरी, 8 जून को 75 हजार बोरी, 10 जून को 2.25 लाख बोरी, 11 जून को 2.35 लाख बोरी, 12 जून को 2.15 लाख बोरी एवं 13 जून को 2.20 लाख बोरी दर्ज की गई। सोयाबीन की प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।