iGrain India - नई दिल्ली । मई की तुलना में जून माह के लिए फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा 1.50 लाख टन कम आने तथा उत्तरी राज्यों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहने के बावजूद 8 से 14 जून वाले सप्ताह के दौरान चीनी के एक्स फैक्टरी मूल्य में गिरावट दर्ज की गई। चीनी की औद्योगिक मांग मजबूत बनी हुई है और इसके घरेलू उपयोग में भी कमी नहीं आई है लेकिन फिर भी मिलर्स को दाम घटाकर अपना उत्पाद बेचने के लिए विवश होना पड़ रहा है। चीनी के उत्पादन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है और इसके व्यापारिक निर्यात पर पिछले एक साल से प्रतिबंध लगा हुआ है। चीनी का उत्पादन घरेलू मांग एवं खपत से ज्यादा हुआ है जिससे उद्योग के पास इसका विशाल स्टॉक बचा हुआ है। इससे कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है।
एक्स फैक्टरी भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान चीनी का एक्स फैक्टरी भाव यद्यपि पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में कुछ सुधर गया मगर पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं बिहार में 10-20 रुपए प्रति क्विंटल नरम रहा। गुजरात में तो चीनी के दाम में 75 रुपए प्रति क्विंटल तक की भारी गिरावट आ गई। वहां मांग कमजोर रही जबकि मिलों की ओर से अधिक निकासी की गई।
हाजिर बाजार भाव
चीनी का हाजिर बाजार भाव दिल्ली में 20 रुपए सुधरकर 4200/4220 रुपए प्रति क्विंटल हो गया मगर इंदौर में 3950/4050 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा। छत्तीसग़ढ के रायपुर मार्केट में चीनी का दाम 25-50 रुपए की नरमी के साथ 3970/4050 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
मुम्बई
मुम्बई (वाशी) मार्केट में चीनी का भाव 3730/3930 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा और नाकापोर्ट डिलीवरी मूल्य में भी 3680/3880 रूपए प्रति क्विंटल के पिछले स्तर में कोई बदलाव नहीं देखा गया।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में चीनी का टेंडर मूल्य एस ग्रेड एवं एम ग्रेड के लिए तो स्थिर रहा मगर एसएस ग्रेड एवं एल ग्रेड के लिए 20-30 रुपए सुधर गया। कर्नाटक में चीनी के टेंडर मूल्य में 5 से 50 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई।