iGrain India - नई दिल्ली । चीनी संगठनों द्वारा चीनी का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग पिछले सप्ताह से लगातार सरकार से की जा रही है जिसके फलस्वरूप बीते एक पखवाड़े के बाद चीनी बाजार में उथल-पुथल देखी गई।
उपरोक्त उथल-पुथल बाजार में चल रही कमजोर मांग के आगे सप्ताहांत में फीकी पड़ती नजर आयी। चालू माह के लिए सरकार ने खुले बाजार में बिक्री हेतु 25.50 लाख टन चीनी का फ्री सेल (NS:SAIL) कोटा जारी किया था जोकि बीते माह के मुकाबले 1.50 लाख टन कम था।
तापमान अधिक होने से औद्योगिक खपत में बढ़ोत्तरी को देखते हुए प्रथम सप्ताह में मिलों द्वारा चीनी की कीमतों में बढ़ोत्तरी करने की कोशिश की गयी जिससे चीनी बाजार उत्तर प्रदेश में 3920-3950 रुपए (नार्मल चीनी) प्रति क्विंटल पहुंच गये।
गर्मी अधिक होने से औद्योगिक मांग को छोड़कर बाकी खपत कम देखी गयी जिससे कारोबार सुस्त रहा। मिलर्स पर चीनी बिक्री का दबाव बढ़ गया और बाजार 50-75 रुपए घटकर 3830-3900 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया।
इसके बाद बाजार में चीनी का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग बाजार में गर्मा गयी और चीनी बाजार में गिरावट का सिलसिला रूक गया।
राष्ट्रीय सहकारी चीनी कारखाना महासंघ (N.S.C.S.F) ने सरकार से चीनी का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4200 रुपए प्रति क्विंटल करने का आग्रह किया है जोकि वर्तमान में 3100 रुपए प्रति क्विंटल है।
इससे पहले एक-2 संस्थाओं द्वारा 4100 रुपए प्रति क्विंटल करने की सिफारिश की गयी है। इन खबरों से चीनी की कीमतों में 20 -30 रुपए प्रति क्विंटल का सुधार आया लेकिन काउंटर सेल न होने से चीनी बाजार में तेजी को सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है।
बीते सप्ताह मध्य के बाद बाजार रूक गया है। हालांकि वरिष्ठ जानकारों का मानना है कि फिलहाल चीनी के एमएसपी में वृद्धि होना मुश्किल है।
हाल ही में नई सरकार का गठन हुआ है। अभी सम्बन्धित मंत्रियों ने अपने मंत्रालय की बागडोर पूर्ण रूप से संभाली भी नहीं है। जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में इस पर सरकार विचार कर सकती है। वर्तमान मौसम को देखते हुए चीनी बाजार में अधिक बढ़त्तरी की संभावना कम नजर आ रही है।
जून माह के आधे से ज्यादा दिन बीत चुके हैं जिससे मिलर्स पर कोटा बिक्री का दबाव भी रहेगा। व्यापारी सोच समझकर व्यापार करें। अगले माह चीनी की खपत में बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है। लेकिन सरकार क्या कोटा जारी करती है तेजी-मंदी उस पर निर्भर होगी।