iGrain India - कोच्चि । मसाला बोर्ड के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 2023-24 के दौरान भारत से प्रमुख मसालों के निर्यात में मिश्रित रूख रहा। कुछ मसालों के निर्यात में बढ़ोत्तरी हुई तो कुछ अन्य मसालों का शिपमेंट घट गया।
जिन मसालों के निर्यात में इजाफा हुआ उसमें लालमिर्च, धनिया, सेलेरी एवं जायफल जावित्री शामिल हैं। दूसरी ओर कालीमिर्च, छोटी-बड़ी (हरी एवं काली) इलायची, हल्दी, जीरा एवं मेथी एवं इमली जैसे मसालों के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई।
बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 2023-24 के दौरान लालमिर्च का निर्यात 5.24 लाख टन से 77 हजार टन उछलकर 6.01 लाख टन पर पहुंच गया।
चीन, बांग्ला देश, थाईलैंड एवं अमरीका इसके प्रमुख खरीदार रहे। इसी तरह धनिया का निर्यात 54,481 टन से लगभग दोगुना (54,143 टन) बढ़कर 1,08,624 टन पर पहुंचा।
सेलेरी का निर्यात 5248 टन से 1351 टन बढ़कर 6599 टन तथा जायफल एवं जावित्री का निर्यात 3447 टन से 1696 टन बढ़कर 5143 टन पर पहुंच गया।
दूसरी ओर इसी अवधि के दौरान कालीमिर्च का निर्यात 18,026 टन से घट कर 17,890 टन, छोटी इलायची का 7353 टन से गिरकर 6168 टन तथा बड़ी इलायची का 1883 टन से फिसलकर 1281 टन रह गया।
इसी तरह 2022-23 के मुकाबले 2022-24 के दौरान हल्दी का निर्यात 1,70,094 टन से करीब 8 हजार टन घटकर 1,62,019 टन तथा जीरा का निर्यात 1,86,509 टन से लुढ़ककर 1,65,269 टन पर अटक गया।
मेथी का निर्यात भी 35055 टन से घटकर 30,855 टन तथा इमली का निर्यात 33,317 टन से 6189 टन गिरकर 27,128 टन पर सिमट गया। जीरा का उत्पादन कम हुआ था जबकि दाम बहुत ऊंचा हो गया था।