iGrain India - हैदराबाद । भारत दुनिया में मसालों का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता एवं निर्यतक देश है। भारत से संसार के 100 से अधिक देशों को 80 किस्मों से ज्यादा मसालों तथा मसाला उत्पादों का निर्यात किया जाता है जिससे अरबों डॉलर की आमदनी होती है।
मगर सिक्के का दूसरा पहलू भी है। भारत में विभिन्न उत्पादक एवं निर्यातक देशों में भारी मात्रा में मसालों का आयात भी किया जाता है।
वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 2023-24 के दौरान भारत में कालीमिर्च, बड़ी इलायची, हल्दी, धनिया, पोस्तदाना (खसखस), जायफल तथा तेजपत्ता के आयात में गिरावट दर्ज की गई जबकि शेष मसालों- छोटी इलायची, लालमिर्च, पापरिका, अदरक / सौंठ, जीरा काला / सफेद, लहसुन, लौंग, जावित्री, सौंफ, इमली, दालचीनी, हींग तथा करी पाउडर / पेस्ट का आयात बढ़ गया।
मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारत में विदेशों से कालीमिर्च का आयात 35,905 टन से घटकर 34,028 टन, बड़ी इलायची का 9403 टन से गिरकर 6531 टन, हल्दी का 16,769 टन से घटकर 14,638 टन तथा धनिया का आयात 31,383 टन से लुढ़ककर 28,828 टन पर सिमट गया।
इसी तरह 2022-23 में 24,728 टन पोस्तदाना का आयात हुआ मगर 2023-24 में यह बंद रहा। तेजपत्ता का आयात इसी अवधि में 38,545 टन से लुढ़ककर 27,814 टन तथा जायफल का आयात 1234 टन से फिसलकर 886 टन पर अटक गया।
दूसरी और आलोच्य अवधि के दौरान छोटी इलायची का आयात 567 टन से उछलकर 2553 टन, लालमिर्च / पापरिका का 2698 टन से बढ़कर 6288 टन, अदरक- सौंठ का 32,172 टन से सुधरकर 32,926 टन, जीरा का आयात 2013 टन से उछलकर 17,760 टन, लहसुन का 3014 टन से उछलकर 20,066 टन, लौंग का 17,986 टन से बढ़कर 23689 टन,
जावित्री का 2169 टन से सुधरकर 2291 टन, इमली का 1058 टन से बढ़कर 1332 टन, दाल चीनी का 2192 टन से बढ़कर 2473 टन, हींग का 1441 टन से सुधरकर 1457 टन तथा करी पाउडर / पेस्ट का आयात 7960 टन से बढ़कर 9414 टन पर पहुंच गया।