iGrain India - नई दिल्ली । भारत से वित्त वर्ष 2022-23 में 5.24 लाख टन लालमिर्च का निर्यात हुआ था जो 2023-24 में 15 प्रतिशत बढ़कर 6.01 लाख टन पर पहुंच गया।
इससे होने वाली आमदनी भी भारतीय मुद्रा में 10,564 करोड़ रुपए से 18 प्रतिशत उछलकर 12,492 करोड़ रुपए तथा विदेशी मुद्रा में 1.30 अरब डॉलर से 15 प्रतिशत बढ़कर 1.51 अरब डॉलर के करीब पहुंच गया।
2023-24 के वित्त वर्ष में भारतीय मसालों का कुल निर्यात मूल्य 4.46 अरब डॉलर रहा जिसमें अकेले लालमिर्च का योगदान 1.51 अरब डॉलर या 34 प्रतिशत रहा था।
2022-23 की तुलना में 2023-24 वित्त वर्ष के दौरान भारत से चीन को लालमिर्च का निर्यात 1.57 लाख टन से 14 प्रतिशत बढ़कर 1.79 लाख टन पर पहुंच गया और इससे प्राप्त होने वाली आमदनी 3408 करोड़ रुपए से करीब 21 प्रतिशत उछलकर 4123 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। चीन भारतीय लालमिर्च का सबसे प्रमुख खरीदार रहा।
इसके बाद बांग्ला देश का नम्बर रहा जहां लालमिर्च का निर्यात 53,986 टन से 67 प्रतिशत उछलकर 90,570 टन पर पहुंचा और निर्यात आमदनी भी 892 करोड़ रुपए से 35 प्रतिशत उछलकर 1210 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
दिलचस्प तथ्य यह है कि थाईलैंड को होने वाले निर्यात से आमदनी 1269 करोड़ रुपए से 10.6 प्रतिशत बढ़कर 1404 करोड़ रुपये पर पहुंची जो बांग्ला देश से भी अधिक थी मगर वहां इसका निर्यात 54,512 टन से सुधरकर 59,838 टन तक ही पहुंच सका। अमरीका में लालमिर्च का निर्यात 29,170 टन से 20 प्रतिशत बढ़कर 36,413 टन पर पहुंच गया।