iGrain India - लंदन । एक अग्रणी विश्लेषक फर्म ने 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में चीनी का वैश्विक अधिशेष (सरप्लस) उपदं बढ़कर 55 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है।
उसके अनुसार कुछ प्रमुख उत्पादक देशों में चीनी के उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी होने की आशा है। फर्म के मुताबिक आगामी सीजन में यानी-अक्टूबर 2024 से सितम्बर 2025 के दौरान विश्व स्तर पर चीनी का उत्पादन बढ़कर 18.65 करोड़ टन पर पहुंच जाने का अनुमान है।
2017-18 सीजन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर के बाद दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक होगा। सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश- ब्राजील में एक बार फिर चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हो सकता है जबकि थाईलैंड एवं यूरोपीय संघ में भी चीनी के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी।
फर्म के मुताबिक 2024-25 सीजन के दौरान चीनी का वैश्विक उपयोग (खपत) 18 करोड़ टन से ज्यादा हो सकता है मगर यह कुल उत्पादन से काफी पीछे रहेगा।
यूरोपीय संघ में चीनी का उत्पादन बढ़कर 172 लाख टन पर पहुंचने की सभावना है। थाईलैंड में भी उत्पादन बढ़ने के आसार हैं। 2024-25 सीजन का अधिशेष उत्पादन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में इंटरनेशनल शुगर ऑर्गेनाइजेशन (आईएमओ) ने 2023-24 के वर्तमान सीजन में चीनी के वैश्विक उत्पादन में कमी का स्तर बढ़ाकर 29.54 लाख टन नियत किया है।
इसका मतलब यह हुआ कि विश्व स्तर पर उपयोग के मुकाबले चीनी का उत्पादन 2023-24 के सीजन में 29.54 कम होगा जबकि 2024-25 के सीजन में करीब 55 लाख टन अधिक रहेगा। इससे चीनी के दाम पर दबाव कुछ बढ़ने की संभावना है।