iGrain India - हनोई । हालांकि पिछले सप्ताह भारत, थाईलैंड, पाकिस्तान एवं म्यांमार में चावल का भाव लगभग स्थिर रहा मगर वियतनाम में 575-580 डॉलर प्रति टन से घटकर 570-575 डॉलर प्रति टन पर आ गया। यह 5 प्रतिशत टूट के अंश वाले चावल का भाव है।
समझा जाता है कि परिवहन खर्च में बढ़ोत्तरी होने से निर्यातकों को चावल का दाम घटाना पड़ रहा है। वैसे वियतनामी चावल की निर्यात मांग अच्छी है।
इंडोनेशिया एवं फिलीपींस सहित कई अन्य देश वियतनामी चावल की खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
फिलीपींस में चावल के आयात पर सीमा शुल्क घटाने का प्लान बनाया गया है ताकि सस्ते आयात के जरिए घरेलू बाजार में चावल की कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाया जा सके।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार यद्यपि अप्रैल के मुकाबले मई में वियतनाम से चावल का निर्यात 14.60 प्रतिशत घटकर 8.56 लाख टन रह गया मगर चालू वरह के आरंभिक पांच महीनों में यानी जनवरी-मई 2024 के दौरान यह 11.20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 40.20 लाख टन की ऊंचाई पर पहुंच गया।
समझा जाता है कि भारत से गैर बासमती सफेद (कच्चे) चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लागू रहने तथा थाईलैंड में पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध नहीं होने से वियतनाम को अपने चावल का निर्यात बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
5 पतिशत टूटे भारतीय सेला चावल का निर्यात ऑफर मूल्य 539.546 डॉलर प्रति टन के पुराने स्तर पर मजबूती से बरकरार रहा।