iGrain India - सोरिसो । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील के लिए तिल अपेक्षाकृत एक नई फसल है मगर किसान इसकी खेती में भारी दलचस्पी दिखा रहे हैं। खासकर ब्राजील के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक प्रान्त माटो ग्रोसो में तिल की खेती के प्रति किसानों में जबरदस्त उत्साह एवं आकर्षण देखा जा रहा है।
केन्द्र सरकार की अधीनस्थ एजेंसी- कोनाब की नई रिपोर्ट के अनुसार 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान ब्राजील में तिल का उत्पादन उछलकर 2,92,700 टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने की उम्मीद है जो 2022-23 सीजन के उत्पादन से 68 प्रतिशत अधिक है।
कोनाब की रिपोर्ट के अनुसार देश में तिल का बिजाई क्षेत्र 2022-23 सीजन की तुलना में 62 प्रतिशत उछलकर 5,85,500 हेक्टेयर (14.40 लाख एकड़) पर पहुंच गया जबकि इसकी औसत उपज दर भी सुधरकर 500 किलो प्रति हेक्टेयर पर पहुंचने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि ब्राजील में आमतौर पर तिल की खेती दूसरी फसल के रूप में की जाती है। जब सोयाबीन फसल की कटाई होती है तब उसके खाली हुए खेतों में अन्य फसलों के साथ तिल की भी बिजाई की जाती है।
माटो ग्रोसो ब्राजील में तिल का सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है जहां करीब 1.91 लाख टन के उत्पादन का अनुमान है जो ब्राजील के कुल उत्पादन का करीब 66 प्रतिशत है।
राज्य के पूर्वी भाग में अवस्थित कानाराना तिल का सबसे बड़ा उत्पादक क्षेत्र माना जाता है। माटो ग्रोसो में लगभग 41.8 प्रतिशत तिल का उत्पादन इसी म्युनिसिपैलिटी में होता है।
वस्तुत: कानाराना को ब्राजील में तिल उत्पादन का सबसे प्रमुख केन्द्र (राजधानी) माना जाता है। वहां मिटटी और जलवायु इस तिलहन फसल की खेती के लिए पूरी तरह उपयुक्त है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि माटो ग्रोसो में तिल को सफरीन्हा मक्का का एक आकर्षक एवं लाभप्रद विकल्प माना जाता है। जब मक्का का भाव नीचे रहता है तब तिल से किसानों की आमदनी बढ़ती है।