iGrain India - न्यूयार्क । दुनिया में गन्ना के सबसे प्रमुख उत्पादक देश- ब्राजील में चीनी का उत्पादन बढ़ने के संकेत से न्यूयार्क एवं लन्दन में भाव कुछ नरम पड़ गया।
जुलाई अनुबंध के लिए न्यूयार्क एक्सचेंज में कच्ची चीनी (रॉ शुगर) का वायदा भाव 0.06 सेंट प्रति पौंड (0.32 प्रतिशत) तथा अगस्त डिलीवरी के लिए लन्दन एक्सचेंज में सफेद चीनी का वायदा मूल्य 1.90 डॉलर प्रति टन (0.35 प्रतिशत) घट गया।
उल्लेखनीय है कि ब्राजीलियन शुगर इंडस्ट्री की शीर्ष संस्था- यूनिका ने 14 जून को एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें मई माह के दौरान चीनी का घरेलू उत्पादन गत वर्ष की तुलना में 11.8 रिपोर्ट जारी की थी जिसमें मई माह के दौरान चीनी का घरेलू उत्पादन गत वर्ष की तुलना में 11.8 प्रतिशत बढ़कर 78.37 लाख टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया था।
चीनी के निर्माण में गन्ना के उपयोग का योगदान भी 46.68 प्रतिशत से बढ़कर 47.88 प्रतिशत पर पहुंचने की बात कही गई। यूनिका की इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद से ही चीनी के वैश्विक वायदा मूल्य पर दबाव पड़ना शुरू हो गया जो अभी तक बरकरार है। मालूम हो कि ब्राजील दुनिया में चीनी का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है।
ब्राजील की मुद्रा- रियाल में आई कमजोरी का भी चीनी के दाम पर नकारात्मक असर पड़ा। अमरीकी डॉलर के सापेक्ष रियाल की विनिमय दर घटकर पिछले 17 महीनों के निचले स्तर पर आ गया जिससे चीनी के निर्यात की संभावना बढ़ गई।
लेकिन भारतीय मौसम विभाग ने 18 जून को जब यह सूचना प्रसारित की कि मानसून की बारिश सामान्य औसत से 20 प्रतिशत कम हुई है तब न्यूयार्क एवं लंदन में शार्ट कवरिंग के लिए लिवाली बढ़ने से चीनी के दाम में थोड़ी मजबूती आई थी।
भारत में गन्ना की फसल के लिए मानसून की अच्छी बारिश की आवश्यकता है। उधर थाईलैंड एवं यूरोपीय संघ में चीनी का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है। 2024-25 के पूरे सीजन में चीनी का वैश्विक उत्पादन इसके उपयोग से करीब 55 लाख टन अधिक होने का अनुमान है।