iGrain India - मुम्बई । चालू वित्त वर्ष के शुरूआती दो महीनों में यानी अप्रैल-मई 2024 के दौरान भारत से 7.67 लाख टन ऑयलमील का निर्यात हुआ जो वर्ष 2023 के इन्हीं महीनों के शिपमेंट 9.30 लाख टन से 17 प्रतिशत कम रहा। समीक्षाधीन अवधि में ईरान को छोड़कर अन्य सभी प्रमुख आयातक देशों में भारतीय ऑयलमील का निर्यात प्रदर्शन कमजोर रहा।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-मई 2023 की तुलना में अप्रैल-मई 2024 के दौरान भारत से ऑयलमील (डीओसी) का निर्यात दक्षिण कोरिया में 1.90 लाख टन से 12 प्रतिशत फिसलकर 1.67 लाख टन,
वियतनाम में 1.42 लाख टन से 77 प्रतिशत लुढ़ककर 33 हजार टन, थाईलैंड में 1.52 लाख टन से 62 प्रतिशत घटकर 57 हजार टन, बांग्ला देश में 1.94 लाख टन से 28 प्रतिशत गिरकर 1.39 लाख टन तथा ताईवान में 50 हजार टन से 29 प्रतिशत घटकर 35 हजार टन पर अटक गया। दूसरी ओर ईरान में इसका निर्यात 4 हजार टन से उछलकर 82 हजार टन के करीब पहुंच गया।
आलोच्य अवधि के दौरान भारतीय ऑयलमील का निर्यात कांडला बंदरगाह से 2,41,410 टन से 1.75 प्रतिशत सुधरकर 2,45,645 टन तथा मुम्बई / जेएनपीटी से 93,454 टन से 44 प्रतिशत उछलकर 1,34,683 टन पर पहुंचा
मगर मूंदड़ा बंदरगाह से ऑयलमील का शिपमेंट 3,00,187 टन से 36 प्रतिशत घटकर 1,92,987 टन तथा कोलकाता को छोडकर अन्य बंदरगाहों से डीओसी का शिपमेंट 2,42,863 टन से 20 प्रतिशत गिरकर 1,94,120 टन पर अटक गया।
जहां तक कोलकाता बंदरगाह का सवाल है तो वहां मुख्यत: राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का निर्यात होता है। चूंकि जुलाई 2023 से ही सीके निर्यात पर प्रतिबंध लगा हुआ है
इसलिए अप्रैल-मई 2024 में इस बंदरगाह से ऑयल मील का कोई शिपमेंट नहीं हुआ जबकि पिछले साल अप्रैल-मई में वह से 52130 टन डीओसी का निर्यात शिपमेंट किया गया था।