iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने 2024-25 के मार्केटग सीजन हेतु खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 5 से लेकर 12.7 प्रतिशत तक की भारी बढ़ोत्तरी कर दी है ताकि किसानों को अधिक से अधिक क्षेत्र में इसकी खेती का प्रोत्साहन मिले और ऊंची आमदनी प्राप्त हो सके।
इसके तहत खासकर दलहन-तिलहन फसलों के एमएसपी में अच्छी वृद्धि हुई है जबकि मोटे अनाजों के समर्थन मूल्य में कम इजाफा किया गया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2023-24 सीजन की तुलना में 2024-25 सीजन के लिए सामान्य श्रेणी के धान का एमएसपी 5.4 प्रतिशत बढ़ाकर 2300 रुपए प्रति क्विंटल, ज्वार (हाइब्रिड) का 6 प्रतिशत बढ़ाकर 3371 रुपए प्रति क्विंटल, बाजरा का 5 प्रतिशत बढ़कर 2625 रुपए प्रति क्विंटल,
रागी का 11.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4290 रुपए प्रति क्विंटल एवं मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 6.5 प्रतिशत बढ़ाकर 2225 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
इसी तरह दलहन फसलों के संवर्ग में अरहर (तुवर) का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7.9 प्रतिशत बढ़ाकर 7550 रुपए प्रति क्विंटल, मूंग का 1.4 प्रतिशत बढ़ाकर 8682 रुपए प्रति क्विंटल या उड़द का समर्थन मूल्य 6.5 प्रतिशत बढ़ाकर 7400 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है।
तिलहन फसलों में मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य 6.4 प्रतिशत बढ़ाकर 6783 रुपए प्रति क्विंटल, सूरजमुखी का 7.7 प्रतिशत बढ़ाकर 7280 रुपए प्रति क्विंटल,
सोयाबीन का 6.3 प्रतिशत बढ़कर 4892 रुपए प्रति क्विंटल, तिल का 7.3 प्रतिशत बढ़ाकर 9267 रुपए प्रति क्विंटल तथा नाइजरसीड का समर्थन मूल्य 12.7 प्रतिशत बढ़ाकर 8717 रुपए प्रति क्विंटल निश्चित किया गया है।
कपास का एमएसपी भी 7.6 प्रतिशत बढ़ाकर 7121 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है जबकि गन्ना का एफआरपी पहले ही घोषित हो चुका है।
खरीफ फसलों की बिजाई आरंभ हो चुकी है। इस वर्ष लोक सभा चुनाव के कारण सरकार के गठन में देर होने से खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य घोषित होने में विलम्ब हो गया।