iGrain India - हैदराबाद । दक्षिण भारत के सबसे प्रमुख कपास उत्पादक राज्य- तेलंगाना में यद्यपि दक्षिण-पश्चिम मानसून पहुंच चुका है और वहां इस महत्वपूर्ण औद्योगिक फसल की बिजाई भी आरंभ हो चुकी है मगर अब किसानों को आगे की बिजाई एवं वर्तमान फसल की प्रगति के लिए बारिश के नए दौर का इंतजार है। तेलंगाना सरकार की उम्मीद है कि चालू वर्ष के दौरान राज्य में कपास का उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 28.30 लाख हेक्टेयर से ऊपर पहुंच जाएगा।
सरकार को उम्मीद है कि किसान इस बार कपास का बिजाई क्षेत्र बढ़ाने का जोरदार प्रयास कर सकते हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि तेलंगाना में इस बार 78.5 मि०मी० के सामान्य औसत स्तर की तुलना में 85.3 मि०मी० वर्षा हुई है मगर राज्य के सभी भागों में एक जैसी बारिश नहीं हुई है। कुछ इलाकों में अधिशेष वर्षा हुई है तो कुछ अन्य क्षेत्रों में वर्षा का अभाव देखा जा रहा है।
तेलंगाना में कुल 32 जिले हैं जिसमें से 11 जिलों में बारिश कम या नगण्य हुई है। इसमें हैदराबाद शामिल नहीं है। चालू खरीफ सीजन के दौरान 19 जून तक तेलंगाना में कपास का बिजाई क्षेत्र 6.31 लाख हेक्टेयर एवं धान का क्षेत्रफल 11 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा था। दोनों फसलों की खेती अभी कुछ सप्ताहों तक जारी रहेगी। कपास के साथ-साथ तेलंगाना में धान का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है।