iGrain India - तंजावुर । दक्षिण भारतीय राज्य- तमिलनाडु के तंजावुर (पुराना नाम तंजौर) जिले में उड़द की फसल पर कीड़ों-रोगों का जबरदस्त आघात होने से किसानों को काफी नुकसान होने की आशंका है।
इस फसल (ब्लैक ग्राम) पर यैलो मोजैक वायरस का इतना जोरदार प्रकोप हो गया है कि कई किसानों ने खेतों को जोतना शुरू कर दिया है क्योंकि उन्हें लगता है कि फसल से कुछ हासिल नहीं होने वाला है और जितना दलहन प्राप्त होगा उससे ज्यादा कटाई-तैयारी का खर्च बैठ जाएगा। अधिकांश खेतों में पौधे पीले हो चुके है और धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहा हैं।
उल्लेखनीय है कि तंजावुर जिले में इस दलहन फसल की बिजाई पम्परागत चैतीराई (अप्रैल-मई) में होती है जबकि जुलाई-अगस्त के 'आदि' महीनों के दौरान इसकी कटाई-तैयारी होने लगती है।
चालू वर्ष के दौरान इस जिले में करीब 2750 हेक्टेयर में ब्लैक ग्राम दलहन की बिजाई हुई है मगर अधिकांश फसल कीड़ों की चपेट में आ गई है। किसान इस फसल को नजरअंदाज करके अपने खेतों को कुरुवई सीजन की फसलों की खेती के लिए तैयार करने व्यस्त हो गए हैं।
कई क्षेत्रों में ब्लैक ग्राम की लगभग 60 प्रतिशत फसल कीड़ों के प्रकोप से चौपट हो गई है जबकि शेष बची 40 प्रतिशत फसल में भी दाने कम लग रहे हैं।
आमतौर पर एक पौधे में 120 दाने लगते हैं जबकि इस बार कहीं-कहीं महज 4-6 दाने ही आए हैं। इसकी कटाई से किसानों कुरुवई (खरीफ) सीजन की फसलों और खासकर धान की खेती करना चाहते हैं जिसके लिए वहां मौसम की हालत अनुकूल मानी जा रही है।